उत्तर प्रदेश में उपचुनाव के प्रचार के दौरान भड़काऊ भाषण मामले में चुनाव आयोग ने भाजपा नेता और सांसद योगी आदित्यनाथ को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
आयोग ने प्रचार के दौरान उनके भाषणों की कुछ पंक्तियों को धार्मिक वैमनस्य बढ़ाने वाला और आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करार देते हुए योगी से बुधवार को शाम छह बजे तक जवाब देने निर्देश दिया है।
राज्य में चुनाव प्रचार की कमान संभाल रहे योगी पर कई दलों ने धार्मिक भावनाएं भड़काने का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग से शिकायत की थी।
समाजवादी पार्टी ने तो योगी के चुनाव प्रचार पर रोक लगाने की मांग की थी। इसके अलावा गौतमबुद्घनगर के डीईओ ने बीते सोमवार को ही आयोग के समक्ष योगी की शिकायत की थी।
आयोग ने अपने बयान में गौतमबुद्घनगर के डीईओ की ओर से उपलब्ध कराई गई योगी के भाषण की सीडी और प्रेस क्लिपिंग का हवाला देते हुए कहा है कि प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि इससे आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन हुआ है।
बीते सोमवार को भेजी गई शिकायत में कहा गया है कि चुनाव प्रचार के दौरान योगी ने अपने भाषण से धार्मिक भावनाएं भड़काने की कोशिश की है।
आयोग ने योगी को भेजे कारण बताओ नोटिस में कहा है कि प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि उनके भाषण से धार्मिक वैमनस्य को बढ़ावा मिला है। आयोग ने योगी से बुधवार को शाम छह बजे तक कारण बताओ नोटिस का जवाब मांगा है।