फेस्टिव सीजन में सोशल साइट्स के जरिए लुभाएंगी कंपनियां

इलेक्ट्रॉनिक्स और घरेलू उपकरण बनाने वाली कंपनियां त्योहारी सीजन में ग्राहकों को खरीदारी के लिए लुभाने के लिए नए तरीकों पर खासा जोर दे रही हैं। अपने ऑफरों की जानकारी लोगों तक पहुंचाने के लिए पारंपरिक माध्यमों के साथ-साथ कंपनियां फेसबुक और यूट्यूब जैसे सोशल प्लेटफार्मों का भी जमकर इस्तेमाल कर रही हैं।
सोशल प्लेटफार्मों के जरिए अपने उत्पादों व ऑफरों के प्रचार को लेकर कंपनियों का सबसे ज्यादा जोर 20 से 40 वर्ष आयु वर्ग के लोगों पर केंद्रित है। कंज्यूमर ड्यूरेबल उत्पाद बनाने वाली कंपनी पैनासोनिक ने इस फेस्टिव सीजन में प्रचार-प्रसार के लिए 85 करोड़ रुपये का बजट रखा है। इसमें से अच्छी खासी राशि वह न्यू मीडिया के तहत आने वाली सोशल साइट्स के जरिए ग्राहकों तक पहुंच बनाने के लिए करेगी।
पैनासोनिक इंडिया एक एमडी मनीष शर्मा ने बताया कि कंपनी अपने फेस्टिव ऑफरों की जानकारी ग्राहकों तक पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया को एक कारगर और जरूरी माध्यम के रूप में देख रही है। ऐसे में हमारे मार्केटिंग के बजट का एक अच्छा खासा हिस्सा इस बार इंटरनेट के जरिए डिजिटल प्रमोशन पर खर्च करने की योजना है।
दक्षिण कोरियाई कंपनी एलजी भी सोशल मीडिया को प्रमोशन के एक अहम माध्यम के रूप में देख रही है। एलजी इंडिया इस त्योहारी सीजन में अपनी बिक्री में 35 फीसदी की बढ़ोतरी की उम्मीद कर रही है। इसके लिए कंपनी इस बार पिछले साल से डेढ़ गुनी राशि फेस्टिव सीजन के दौरान मार्केटिंग और ब्रांडिंग पर कर रही है। एलजी इंडिया के कॉरपोरेट मार्केटिंग हेड संजय चित्कारा का कहना है कि फेस्टिव ऑफरों के प्रमोशन के लिए डिजिटल प्लेटफार्म एक काफी महत्वपूर्ण माध्यम है। हम हमेशा ही नई तरह के डिजिटल कैंपेन के जरिए ग्राहकों को जानकारियां देने का प्रयास करते आए हैं।
हायर भी डिजिटल प्लेटफार्म पर खासा ध्यान दे रही है। हायर इंडिया के प्रेसिडेंट एरिक ब्रगेंजा का इस बारे में कहना है कि लोग अब ज्यादा से ज्यादा ऑनलाइन होते जा रहे हैं। ऐसे में हम इस माध्यम से लोगों तक पहुंच बनाने के कदम उठा रहे हैं। इसी तरह व्हर्लपूल इंडिया भी डिजिटल प्लेटफार्म को अपनाने की ओर कदम बढ़ा रही है। उसका फोकस खासतौर पर 22 से 44 वर्ष की महिलाओं पर है।
कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट कॉरपोरेट अफेयर्स एंड स्ट्रेटजी साउथ एशिया, शांतनु दासगुप्ता का कहना है कि कंपनी फेस्टिव सीजन में प्रमोशन पर 12 करोड़ रुपये खर्च कर रही है। इसमें से 75 फीसदी राशि टीवी, रेडियो, पत्र-पत्रिकाओं व होर्डिंग्स जैसे परंपरागत माध्यमों पर खर्च होगी, जबकि शेष राशि डिजिटल प्लेटफार्म जैसे नए माध्यमों पर खर्च की जाएगी।