दिल्ली के चिड़ियाघर में मंगलवार दोपहर हुई एक खौफनाक घटना ने हड़कंप मचा दिया। यहां एक सफेद बाघ ने बेरहमी से एक युवक को मार डाला।
मंगलवार दोपहर करीब डेढ़ बजे 12वीं में पढ़ने वाला मकसूद अपने कुछ दोस्तों के साथ चिड़ियाघर घूमने गया था। इस दौरान वह सफेद बाघ को देखने के चक्कर में कुछ ज्यादा ही उत्साहित हो गया। इस उत्साह में उसने चेतावनी बोर्ड को भी नजरअंदाज कर दिया और डेंजर जोन में चला गया।
चिड़ियाघर के बाड़ा संख्या आठ में सफेद बाघ का बसेरा है। किशोर अति-उत्साह में बाड़े के बेहद नजदीक चला गया।
वहां, सफेद बाघ ने उस पर हमला कर दिया। बाघ को देखकर युवक ने भागने की कोशिश भी की लेकिन, असफल रहा। पलक झपकते ही बाघ ने उसे दबोच लिया और हमला बोल दिया।
युवक की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद चिड़ियाघर में अफरातफरी मच गई।प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक युवक बाघ को करीब से देखने के चक्कर में चिड़ियाघर के उस हिस्से में चला गया, जहां आमतौर पर पानी भरा रहता है और बाघ को करीब से देखा जा सकता है।
इस समय उस हिस्से का पानी सूखा हुआ है। युवक उस हिस्से में पहुंचा ही था कि बाघ युवक की ओर आने लगा। बाघ को देखते ही युवक बुरी तरह डर गया और उसी बाड़े में गिर पड़ा।
जल्द ही बाघ युवक के सामने आकर खड़ा हो गया और उसे घूरने लगा। डरा-सहमा युवक बाघ से अपनी जान बख्शने की प्रार्थना करता रहा। इस बीच बाहर खड़े कुछ लोगों ने बाघ को पत्थर मारना शुरू कर दिया। दरअसल लोग बाघ को वहां से भगाना चाहते थे।
लेकिन इसका बाघ पर उल्टा प्रभाव पड़ा। बाघ को गुस्सा आ गया और उसने युवक को अपने मुंह में दबोच लिया। इस दौरान युवक चिल्लाता रहा लेकिन, बाघ ने उसे कुछ दूर ले जा जमीन पर पटक-पटक कर मार डाला।लोगों का आरोप है कि प्रशासन ने इस तरह की घटना से बचाव के लिए पहले से कोई उपाय नहीं कर रखा है।
अगर चिड़ियाघर प्रशासन चकौस होता और समय रहते कदम उठा लिया जाता तो युवक की जान बचाई जा सकती थी।
जानकारी के मुताबिक युवक 12वीं का छात्र है और दिल्ली के आनंद पर्वत इलाके का रहने वाला था।
हालांकि चिड़ियाघर प्रशासन का कहना है कि बाड़ा संख्या 8 के सामने चेतावनी बोर्ड लगाया गया है लेकिन, युवक ने वहां लिखे संदेश्ा को नजरअंदाज किया और उस हिस्से में प्रवेश कर गया जहां उसे नहीं जाना चाहिए था।एक प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक बाघ ने पहले हमला नहीं किया। बच्चे के पत्थर फेंकने के बाद बाघ उस पर लपका। बच्चे ने भागने की कोशिश भी की लेकिन, बाघ ने उसे दौड़ा लिया और उसकी गर्दन पकड़ ली। वह उसे खींचकर अपने बाड़े में ले गया और मार डाला।
एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक, ‘हमने अचानक किसी के चीखने की आवाज सुनी। जब पलट कर देखा तो सफेद बाघ ने एक किशोर को अपने मुंह में दबोच रखा था। वह बुरी तरह चीख्ा रहा था। वह 10-15 मिनट तक चिल्लाता रहा लेकिन किसी ने उसकी मदद नहीं की।’