नैशनल असेंबली का शरीफ को फुल सपोर्ट

पीटीआई, इस्लामाबाद :
विरोध प्रदर्शनों को ‘पाकिस्तान के खिलाफ बगावत’ करार देते हुए नवाज सरकार ने मंगलवार को समर्थन हासिल करने के लिए संसद का रुख किया। एकजुट संसद ने हिंसात्मक विरोध प्रदर्शन और सेना के दखल की आशंका के बीच नवाज शरीफ की सरकार पर भरोसा जताया। वहीं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने इस्तीफा देने या छुट्टी पर जाने से इनकार कर दिया है। हालांकि प्रदर्शनकारी नवाज पर पद छोड़ने के लिए दबाव बनाए हुए हैं। दूसरी ओर पाकिस्तान सेना ने इस आरोपों से इनकार किया है कि वह पाकिस्तान की तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) और ताहिर-उल-कादरी की पाकिस्तानी अवामी तहरीक (पीएटी) की ओर से होने वाले विरोध प्रदर्शनों को समर्थन दे रही है। पिछले 48 घंटों में हुए विरोध प्रदर्शनों में 3 लोग मारे गए और 550 घायल हो गए। पीटीआई और पीएटी के कार्यकर्ताओं पर 9 केस दर्ज किए गए हैं।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने दोनों सदनों के संयुक्त अधिवेशन की अध्यक्षता की। विरोध प्रदर्शनों से पाकिस्तान में राजनैतिक संकट गहराता जा रहा है और सेना के दखल की आशंका बढ़ती जा रही है। शरीफ को सदन में बहुमत हासिल है। दोनों सदनों का अधिवेशन बुलाकर उन्होंने स्थिति के पूरी तरह नियंत्रण में होने का संकेत दिया। संसद के इमरजेंसी जॉइंट सेशन में गृहमंत्री चौधरी निसार ने कहा कि संसद को इस गलत धारणा को दूर करना चाहिए कि यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया है। यह प्रदर्शन नहीं है, धरना नहीं है और न ही राजनीतिक सभा है। यह पाकिस्तान के खिलाफ विद्रोह है। पीटीवी इस्लामाबाद के ऑफिस में प्रदर्शनकारियों के घुसने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट और संसद के गेट तक पहुंच गए। निसार ने कहा कि प्रदर्शनकारियों के पास पिस्तौल, कटर, हथौड़े, गुलेल और कील लगे डंडे वगैरह थे। उन्होंने कहा कि जो लोग पीटीवी की इमारत में घुसे उस भीड़ में उग्रवादी संगठन के लोग थे। प्रदर्शनकारियों ने नवाज पर भ्रष्टाचार और चुनावी धांधली करने के आरोप लगाए। नवाज ने इन सभी आरोपों से इनकार करते हुए कह दिया है कि मैं इस्तीफा नहीं दूंगा।
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के नेता एतिजाज हसन ने कहा कि नवाज सरकार को इस्तीफा नहीं देना चाहिए। पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने-धरने प्रदर्शनों के खिलाफ याचिका की सुनवाई करते हुए सभी दलों को नोटिस दिए। यह नोटिस संविधान के दायरे में मौजूदा राजनीतिक संकट का हल निकालने के लिए जारी किया गया है। इमरान का कहना है कि हम तब तक वापस नहीं जाएंगे, जब तक नवाज इस्तीफा नहीं देते। इमरान खान और कादरी पर सोमवार को संसद भवन पर आतंकवाद निरोधक कानून के तहत सोमवार को केस दर्ज किया गया।