‘भूल तो सबसे हो जाती है, यह अपराधी नहीं है’। ज्योति हत्याकांड के अभियुक्त पीयूष श्याम दासानी की पीठ पर प्यार से हाथ फेरते, उसको दुलराते हुए माथा चूमते ये प्यार भरे बोल सीओ स्वरूपनगर राकेश नायक के मुख से फूटे तो बवाल मच गया।
शुक्रवार को पूछताछ के लिए पुलिस रिमांड पर स्वरूपनगर थाने लाए गए पीयूष के साथ ऐसी ‘मोहब्बत’ दिखाने पर सीओ साहब खेत रहे यानी उनका पद छीन लिया गया। जिससे सारी दुनिया नफरत कर रही हो, पीटने पर आमादा हो, उस पीयूष से ऐसी हमदर्दी जताने पर सीओ को पद से हटाकर एसएसपी से अटैच कर दिया गया।
विवेचना का पर्यवेक्षण भी उनसे छीन लिया गया और इस ‘मोहब्बत’ की पहरेदारी यानी जांच एसपी पूर्वी को सौंप दी गई है। आईजी ने डीजीपी को प्रकरण की जानकारी देते हुए सीओ का तबादला गैर जनपद में करने की संस्तुति की है।