नोएडा के सेक्टर-120 स्थित प्रतीक लॉरियल अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 402 में मां और मासूम बेटी की हत्या के बाद यमुना एक्सप्रेसवे में कार में जले शव की सच्चाई कहीं पुलिस फाइलों में ही दम न तोड़ दे।
इस मामले में नामजद एफआईआर न होने से फ्लैट में फोरेंसिक जांच में मिले हत्यारे के निशानों से मिलान के लिए कोई शख्स ही नहीं है। शुक्रवार को पूछताछ के लिए नितिन के पिता सेक्टर-58 थाना पहुंचे।
सेक्टर-58 पुलिस का कहना है कि फ्लैट में फोरेंसिक जांच के दौरान कुछ हाथ के छापे के निशान मिले थे। इनमें से दो निशान तो महिला और उसकी बेटी के होंगे।
यमुना एक्सप्रेसवे पर नितिन की गाड़ी में मिले जले शव के कारण उसके हाथों के निशान भी नहीं लिए जा सके। माना जा रहा है कि गाड़ी में नितिन ही था, जिसके कारण उससे मिलान भी नहीं हो सकता।
दूसरी तरफ, जांच में किसी के नामजद न होने से पुलिस पर जांच जल्द करने का किसी तरह का दबाव नहीं है और पुलिस भी चुप बैठी है। वहीं, यमुना एक्सप्रेसवे पर मिले शव को लेकर पारुल के परिजन (पीड़ित पक्ष) पुलिस की कोई मदद नहीं कर रहा है। जिसे लेकर भी मामला आगे बढ़ता हुआ नहीं दिख रहा।
नितिन के पिता को नहीं हुआ आभास
शुक्रवार को सेक्टर-58 थाने में नितिन के पिता ने बताया कि लगभग एक जुलाई से लेकर 10 जुलाई तक वह नितिन के घर पर 10 दिन तक रहे थे। इस दौरान उन्हें पारुल और नितिन के बीच किसी झगड़े या मनमुटाव का आभास नहीं हुआ।
सोमवार को देंगे डीएनए
नितिन के परिजन सोमवार को कासना में डीएनए टेस्ट के लिए सैंपल देंगे। शुक्रवार को भी वह कासना थाने पूछताछ के लिए गए थे। अब डीएनए टेस्ट के लिए सोमवार को डॉक्टर उनका सैंपल लेंगे।