पुणे के मालिण गांव में बीते तीन दिन से जारी बचाव कार्य के बीच अब जिंदा आदमी नहीं सिर्फ लाशें निकल रही हैं। इससे मालिण गांव का दृश्य हृदयविदारक होता जा रहा है।
उन परिजनों के सब्र का बांध टूट चुका है जो तीन दिन से मलबे में दफन हुए अपने परिवार के जिंदा होने की आस लगाए बैठे हैं। शुक्रवार की शाम पांच बजे तक मलबे से 64 शव निकाले गए, जिसमें 26 पुरुष, 28 महिला और 10 बच्चे शामिल हैं।
मलबे में दफन हुए मालिण गांव में मलबा हटाने के लिए पोकलेन के साथ अब बुलडोजर भी लगाया गया है। मगर चारों ओर दुर्गंध पसर गई है। इसके मद्देनजर लाशों को जलाने का भी काम शुरू किया गया है।
पुणे के अतिरिक्त जिलाधिकारी गणेश पाटिल ने बताया कि एनडीआरएफ ने खोजी कुत्तों की सहायता से मलबे में दबे लोगों को निकालने का कार्य तेज कर दिया है।
एनडीआरएफ को आशंका है कि बारिश के चलते मालिण गांव की छोटी नदी में भी कुछ शव बह सकते हैं, इसलिए जाल बिछा दिया गया है और निगरानी के लिए दो बोट भी नदी में उतारी गई हैं।