अफजलगढ़। पीली डैम से 16 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने से बनैली नदी ने भयंकर रूप धारण कर लिया। तेज बहाव पानी ने दर्जनों गांवों को चपेट में ले लिया। जिससे फसलें बर्बाद हो गईं और कई मकान ढह गए।
गांव भूतपुरी, बिहारीपुरी, सुआवाला, भटपुरा आदि गांवों के ग्रामीण सुभाष सिंह, टप्पी कुमार, निखिल, महेंद्र सिंह आदि का कहना है कि पीली डेम में पानी की क्षमता 840 एमसीएम है। लेकिन एक्सईएन ने 830 एमसीएम जलस्तर होने पर ही 16 हजार क्यूसेक पानी बनैली नदी में छोड़ दिया। आलमपुर, भूतपुरी, भज्जावाला गांव में आठ फुट तक पानी भरा हुआ है। लोग छतों पर चढ़कर रह रहे हैं। जबकि भूखे-प्यासे पशु पानी में ही बंधे पड़े हैं।
लाखों रुपये ठिकाने लगाए
ग्रामीणों का आरोप है कि सिंचाई विभाग ने बाढ़ से बचाव के लिए आए 50 लाख रुपये को ठिकाने लगा दिया। विभाग ने लीपापोती कर पूरे धन को ठिकाने लगा दिया। नहरों की सफाई के नाम पर कुछ नहीं किया। उधर, एक्सईएन सत्यवीर सिंह ने आरोपों को गलत बताया है।
कारसेवा से बना बंधा टूटा
गांव कुआखेड़ा खदरी में कार सेवा से बना बंधा भी पानी में बह गया। ग्रामीण अमरीक सिंह, परमजीत सिंह, मंगल सिंह, सोनू सिंह, केहर सिंह, गुरदयाल सिंह, कुलवंत सिंह, जगीर सिंह आदि का कहना है कि उन्होंने 250 मीटर बंधा बनाया था।