लखनऊ। उत्तर प्रदेश की खराब कानून-व्यवस्था से केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी भी खासी आहत हैं। एक दिन के अमेठी दौरे पर पहुंची ईरानी ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार कानून को सिर्फ किताबों तक ही सीमित न रखे। अमेठी से लोकसभा चुनाव लड़ने वाली स्मृति ईरानी ने माना कि अमेठी की जनता वहां के सांसद से कही ज्यादा उनसे अपेक्षा रखती है। उन्होंने कहा कि मेरा प्रयास यहां की जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने का रहेगा।ं
उत्तर प्रदेश में दिनों-दिन महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार पर स्मृति ईरानी ने कहा कि सर्वाधिक जनसंख्या वाले प्रदेश में कानून को सिर्फ किताबों तक ही सीमित रखा जा रहा है। जबकि मेरा मानना है कि कानून का कड़ाई से पालन हो तो सारे अपराधी कुछ भी कुकृत्य करने से पहले दस बार सोचेंगे। उनका मानना है कि उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था का सख्ती से सदुपयोग नहीं हो रहा है।
केंद्रीय मंत्री बनने के बाद पहली बार अमेठी पहुंची स्मृति ईरानी ने कहा कि वो अमेठी की जनता को धन्यवाद देने आई हैं। वो अब हमेशा अमेठी से जुड़ी रहेंगी। प्रयास रहेगा ही हर माह में कम से कम एक बार तो जरूर यहां के लोगों की सुध लें। उन्होंने कहा कि यहां की जनता को मुझसे काफी उम्मीदें हैं। जनता यहां के सांसद के स्थान पर मुझसे ज्यादा अपेक्षा रखती है। मेरा यहां से सांसद न चुना जाना काफी दुर्भाग्यपूर्ण है लेकिन जनता जिस तरह से मुझे सम्मान दे रही है वो सांसद चुनने से ज्यादा है।
इससे पहले लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट से उतरकर उन्होंने सीधे सड़क मार्ग से अमेठी का रुख किया। अमेठी में उन्होंने बरौलिया के अग्निकांड पीड़ितों से मुलाकात की। स्मृति ईरानी जामो में कांग्रेसी नेता जंगबहादुर सिंह के यहां भी पहुंचंीं। जंगबहादुर सिंह के बेटे की हाल ही में मुसाफिरखाना में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।