ढ़वाल में लगातार हो रही बारिश जानलेवा बन गई है। अलग-अलग घटनाओं में दो लोगों की जान चली गई। लैंसडौन तहसील क्षेत्र के बिचला बदलपुर के नेड़ी गांव निवासी प्रेम सिंह (38) पुत्र बचन सिंह शुक्रवार को किसी काम से दूसरे गांव गया था। देर रात को जब वह गांव नहीं लौटा तो परिजनों की चिंता बढ़ गई।
परिजनों ने इसकी सूचना तहसील प्रशासन को दी। शनिवार को प्रशासन और परिजनों ने उसकी खोजबीन शुरू की। प्रेम सिंह का शव नेड़ी और भयांसू गांव के बीच पड़ने वाले गदेरे से बरामद हुआ। माना जा रहा है कि गदेरे को पार करते समय वह बह गया।
दूसरी तरफ ऊखीमठ-चोपता-गोपेश्वर मार्ग पर स्थित मस्तूरा (दैड़ा) गांव में पहाड़ी से गिरे पत्थर की चपेट में आने से एक महिला की मौत हो गई।
शनिवार को मस्तूरा निवासी नारायण सिंह की पत्नी बसंती देवी (55) घर से कुछ दूर खेत में निराई-गुड़ाई कर रही थी। करीब एक बजे गांव के ऊपर पहाड़ी से एक बड़ा पत्थर लुढ़कता हुआ खेतों में आने से बसंती देवी उसकी चपेट में आ गई। सिर पर गंभीर चोट लगने से बसंती की मौके पर मौत हो गई।
हल्द्वानी क्षेत्र में तीन दिन से लगातार हो रही बारिश कहर बरपाने लगी है। अलग-अलग स्थानों पर मलबे में दबने और नदी-नालों में बहने से पांच लोगों की मौत हो गई।
जानकारी के मुताबिक सुल्तानपुर पट्टी में गांव मुकंदपुर निवासी अजीम (28) पुत्र मुस्तफा शनिवार दोपहर पथरी नाले में बह गया। समाचार लिखे जाने तक उसकी तलाश जारी थी।
बाराकोट (लोहाघाट) में दोस्तों के साथ घूमने गए बिजेंद्र थापा उर्फ सुनील (27) पुत्र धीरज थापा एनएचपीसी पावर चैनल में डूब गया। पुलिस के तैराक खबर लिखी जाने तक बिजेंद्र की तलाश में जुटे थे। थानाध्यक्ष पीएस दानू ने बताया कि बिजेंद्र के कपड़े और जूते पावर चैनल के तट पर मिले हैं।
नेपाल में बैतड़ी जिले के उदयदेव गांव में भारी बारिश के कारण एक मकान के गिरने से आन सिंह मेहता (70) और उनकी पत्नी सुना देवी (65) की मलबे में दबकर मौत हो गई जबकि नातिन सपना (3) और नाती विशाल घायल हो गए।
चंपावत में चौड़ा मेहता के तोक सौल कांडा में मकान में मलबा गिरने से नीलावती (70) पत्नी उदय राम की मौत हो गई।
हादसे में दो मवेशी भी मारे गए हैं। किच्छा के कुरईया गांव में लिंटर ढह जाने से परिवार के तीन लोग इसके मलबे में दब गए। ग्रामीणों ने उन्हें मलबे से निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।