मोदी 26 मई को लेंगे पीएम पद की शपथ

narendra-modi-lal-krishana-adwaniभाजपा संसदीय दल के नेता नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री के रूप में 26 मई को शपथ लेंगे। भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने इस बात की घोषणा की है।

इससे पहले एनडीए के सभी नेताओं ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात कर उन्हें अपने समर्थन की चिट्ठी सौंपी। राजनाथ सिंह ने 335 सांसदों का समर्थन-पत्र राष्ट्रपति को दिया।

इसके बाद राजनाथ सिंह ने राष्ट्रपति भवन से बाहर आकर पत्रकारों को जानकारी दी कि नरेंद्र मोदी आगामी 26 मई को देश के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेंगे।

नरेंद्र मोदी ने भी राष्ट्रपति से मुलाकात कर नई सरकार बनाने का दावा पेश किया।

भारतीय जनता पार्टी के सबसे प्रभावशाली नेता और भावी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मंगलवार को भाजपा संसदीय दल के नेता के रूप में चुना गया।

संसद भवन के सेंट्रल हॉल में आयोजित बैठक में भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्‍ण आडवाणी ने संसदीय दल के नेता के रूप में नरेंद्र मोदी के नाम का प्रस्ताव रखा।

आडवाणी के प्रस्ताव पर सुषमा स्वराज, मुरली मनोहर जोशी, नितिन गडकरी, मुख्तार अब्बास नकवी, अरुण जेटली और वेंकैया नायडु ने अपना समर्थन दिया। इसके बाद नरेंद्र मोदी को संसदीय दल का नेता चुन लिया गया।

संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘भाजपा का मेहनती कार्यकर्ता होने के नाते मैं अपने जीवन का एक भी मिनट व्यर्थ नहीं जाने दूंगा।’


मोदी ने कहा कि एक गरीब व्यक्ति का बेटा आज आप लोगों के सामने खड़ा है, यही लोकतंत्र की असली ताकत है। मोदी ने कहा कि आज मैं आप लोगों के सामने हूं, क्योंकि भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने मुझे यह जगह दी है।

उन्होंने कहा कि सरकार वो होनी चाहिए, जो गरीबों के लिए सोचे, गरीबों की सुने, जो गरीबों के लिए जिए और आने वाली नई सरकार गरीबों, युवाओं और मां-बहनों के लिए समर्पित है।

मोदी ने कहा कि यदि ‌अटल जी का स्वास्‍थ्य अच्छा होता और आज वो यहां होते तो सोने पर सुहागा होता। इस दौरान मोदी बेहद भावुक हो गए।

मोदी ने कहा, ‘कोई भी पद छोटा या बड़ा नहीं होता बल्कि पद का कार्यभार बड़ी जिम्मेदारी होती है। उन्होंने कहा कि मैं लालकृष्‍ण आडवाणी और राजनाथ सिहं का आभारी हूं, जिन्होंने मुझे यह जिम्मेदारी सौंपी।’

उन्होंने कहा, ‘2019 में जब हम दोबारा मिलेंगे तो मैं फिर से अपना रिपोर्ट कार्ड पेश करूंगा। मैं अपने लिए कभी नहीं जिऊंगा, बल्कि हमेश इस देश के लिए जिऊंगा।’

मोदी ने कहा, ‘इस वक्त हमें भूल जाना चाहिए कि कौन हारा और कौन जीता। यह जनादेश दुनिया में भारत को और मजबूती के साथ स्‍थापित करने का है। लोगों ने जो जनादेश हमें दिया है, उससे दुनिया की नजरों में भारत का सिर गर्व से ऊंचा हो गया है।

उन्होंने कहा कि यदि हमें एक खंडित जनादेश मिलता तो आप कह सकते थे कि यह सत्ता विरोधी लहर है, लेकिन भाजपा को पूर्ण बहुमत मिलना इस बात का संकेत है कि लोगों ने उम्मीद को वोट दिया है।

मोदी ने कहा, ‘लोकसभा चुनावों के प्रचार के दौरान मैंने ऐसे लोग देखे, जिनके शरीर पर कपड़े का सिर्फ एक टुकड़ा है, लेकिन उनके हाथों में भाजपा का झंडा जरूर था। हमें उन लोगों के सपने का पूरा करना है।

नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम लोगों में से कोई भी संगठन से ना तो ऊपर है और ना ही नीचे। हमने आज जो कुछ भी हासिल किया है, वो सब जनसंघ के समय से कार्यकर्ताओं के पिछली पांच पीढ़ियों के कठिन परिश्रम का फल है।

मोदी ने कहा कि हम इस देश में सभी का विकास चाहते हैं, इसलिए सभी का साथ भी उतना ही जरूरी है। देश पहले ही आगे बढ़ चुका है, अब ये हमारे ऊपर है कि हम उसके साथ चलना चाहते हैं या नहीं।

मैं देश की पिछली सभी सरकारों और उनके नेताओं को धन्यवाद देता हूं। हम उनके अच्छे कार्यों को आगे लेकर जाएंगे और बेहतरी की दिशा में काम करेंगे।

नरेंद्र मोदी 11:40 बजे संसद भवन पहुंचे। मोदी ने संसद भवन में प्रवेश करने से पहले सीढ़ियों पर अपना माथा टेका।

मोदी के 23, 24 या 26 मई में से किसी एक दिन प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने की संभावना है। संसदीय दल की बैठक में भाग लेने के लिए भाजपा के सभी नवनिर्वाचित सांसद संसद भवन पहुंचे।

सोमवार को भाजपा के दर्जनों नवनिर्वाचित सांसदों ने दिल्ली पहुंचकर मोदी व राजनाथ से मुलाकात की थी। इससे पहले मोदी ने दिल्ली स्थित गुजरात भवन में अपने मंत्रिमंडल को लेकर भाजपा नेताओं से विचार-विमर्श किया था।