नई दिल्ली कांग्रेस पार्टी की हार के बाद मीडिया से मुखातिब हुई कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने हार की जिम्मेदारी स्वीकार की। बेपरवाही के भाव और फीकी मुस्कान के साथ पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी चुनावी हार कबूल की। सोनिया ने राहुल का बचाव करते हुए कहा, पार्टी अध्यक्ष होने के नाते हार की जिम्मेदारी उनकी है और वह इसे स्वीकार करती हैं। राहुल के नेतृत्व में लड़े गए लोकसभा चुनाव के परिणामों के बाद मीडिया से मुखातिब सोनिया पार्टी अध्यक्ष कम एक मां ज्यादा लग रही थीं।
अपना बयान पढ़ने के बाद पत्रकारों ने जब सवाल दागे तो पत्रकारों को न कहते हुए सोनिया ने ठिठके राहुल को साथ आने का इशारा करते हुए सवालों से बचाया। यही नही राहुल ने जब हार की जिम्मेदारी स्वीकारी तो सोनिया खासी असहज नजर आई। अपने संक्षिप्त बयान में सोनिया ने कहा,’लोकसभा के नतीजे हमारे सामने हैं। हम अपनी नीतियों के आधार पर लड़े, लेकिन हमें समर्थन नहीं मिला।
जनादेश हमारे खिलाफ है, हम मतदाताओं के फैसले को विनम्रता से स्वीकार करते हैं। हमें उम्मीद है कि नई सरकार देश की एकता पर कोई आंच नहीं आने देगी। मैं नई सरकार को अभी से बधाई देती हूं।’ सोनिया ने कहा, जहां तक कांग्रेस का सवाल है वह अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं करेगी। हमें जो भी समर्थन मिला है, उसके लिए कार्यकर्ताओं को बधाई देती हूं। इससे पहले राहुल गांधी ने नई सरकार को बधाई देते हुए कहा, ‘कांग्रेस उपाध्यक्ष होने के नाते मैं पार्टी की हार की जिम्मेदारी लेता हूं।’ पूरी संभावना है कि आने वाले दिनों में कांग्रेस की तरफ से एक प्रस्ताव लाकर हार की सामूहिक जिम्मेदारी ली जाएगी।