बिजनौर में सपा की चुनावी सभा में एक गैंगरेप पीड़ित युवती ने जहर खाकर सल्फास की गोलियां खाकर जान देने की कोशिश की। युवती का आरोप है कि पुलिस की आरोपियों से मिलीभगत के कारण उसे अभी तक न्याय नहीं मिला है। वह सीएम से मिलकर आपबीती बताना चाहती थी।
जो सुसाइट नोट वह सीएम को देना चाहती थी, उसे भी पुलिस ने गुम कर दिया। उधर धामपुर कोतवाली में युवती के खिलाफ आत्महत्या करने के प्रयास में रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
मंगलवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की केएम इंटर कॉलेज के मैदान में चुनावी सभा चल रही थी।
सभा में एक गैंगरेप पीड़ित युवती बुर्का पहने सभा में पहुंचीं। युवती सीएम से मिलना चाहती थी, लेकिन काफी आग्रह के बाद भी पुलिस ने उसे सीएम से नहीं मिलने दिया। आरोप है कि पुलिस ने सीएम को देने के बहाने युवती से सुसाइट नोट भी छीन लिया।
पुलिस की कार्यशैली से क्षुब्ध पीड़िता ने सभास्थल पर ही सल्फास की गोलियां खा लीं। पुलिस मामले को छिपाने में लग गई और उसे पानी पिलाकर ढांढस बंधाने लगी। पीड़िता ने बताया कि उसके साथ दो फरवरी को गैंगरेप हुआ था।
आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर डीएम दफ्तर पर भी उसने धरना देकर कार्रवाई की मांग की थी, लेकिन पुलिस ने उसकी अभी तक नहीं सुनी है। खुलेआम घूम रहे आरोपी जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। पुलिस के आरोपियों से हमसाज होने के कारण न्याय नहीं मिल पा रहा है।