निसंदेह आज़म खान और अमित शाह पर चुनाव आयोग की त्वरित प्रतिक्रिया आवश्यक थी और सही सज़ा दी गयी है. ना जाने क्यूं जब आदमी के पास थोडा सा पैसा , रसूख और सत्ताधारी की हनक आजाती है तो वोह यह समझता क्यूं है जो वो कह रहा है वोह बिलकुल सही है और बाकी बेवकूफ हैं. या फिर उसने जो कह दिय बस कह दिया . कहीं न कहीं अब तो इनको रोकना ही पड़ेगा . बस प्रतिकार करना ही पड़ेगा………मैं तैयार हूँ …क्या आप हैं ?
अशोक श्रीवास्तव