कानपुर में बड़ा सांप्रदायिक तनाव, 11 घायल

communal-riot-in-kanpur-on-ram-navamiरामनवमी शोभा यात्रा का परंपरागत मार्ग दुरुस्त न होने पर दूसरा रास्ता अपनाने से सैयद नगर मसवानपुर में मंगलवार को दो समुदायों में मारपीट के बाद जमकर पथराव हो गया। कुछ प्रतिष्ठानों में आग लगा दी गई।

कई थानों की फोर्स और एसएसपी के सामने भी पत्थरबाजी होती रही। पथराव और मारपीट में दोनों पक्षों से 11 लोग घायल हो गए। कई पुलिसकर्मियों को भी चोटें लगी हैं।

डीएम, एसएसपी, एडीएम सिटी के नेतृत्व में स्वॉट टीम, पीएसी, आरएएफ ने पूरे इलाके में घेराबंदी करके लाठीचार्ज किया। घरों की छतों पर भी जवान तैनात किए गए। देर रात तक पुलिस और प्रशासनिक अफसरों के तमाम प्रयासों के बाद भी दोनों पक्ष अपनी-अपनी मांगों पर अड़े रहे। इस बीच पूरे शहर में सतर्कता बढ़ा दी गई और फोर्स को सड़कों पर उतार दिया गया।

कल्याणपुर के मसवानपुर सैयद नगर में हर साल रामनवमी शोभा यात्रा निकलती है। श्री रामनवमी महोत्सव युवा समिति मसवानपुर बड़ा मंदिर से शोभा यात्रा निकालती है। झांकियों और जूलूस के साथ शोभायात्रा सैयद नगर-सिटी मॉडल स्कूल मार्ग से फोर लेन होते हुए शनैश्वर मंदिर पहुंचती है।

कई और जगह से निकले सभी जुलूस शनैश्वर मंदिर के पास इकठ्ठा होते हैं। इसके बाद शोभायात्रा एक साथ रावतपुर रामलला स्कूल तक जाती है। वहां समारोह संपन्न होता है।

शोभायात्रा में शामिल लोगों ने बताया कि इस बार प्रशासन से कहने के बाद भी परंपरागत मार्ग के गड्ढे ठीक नहीं कराए गए। कुछ जगहों पर पानी भी भरा हुआ है।

ऐसे में शोभायात्रा को बगल के रास्ते सैयद नगर-सुरेंद्र नगर मार्ग पर मोड़ दिया गया। यह रास्ता सीधे शनैश्वर मंदिर के पास निकलता है।

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक जुलूस कुछ दूर चला तभी इस मार्ग पर रहने वाले रहमतउल्ला के बेटे असलम और उनके आसपास के परिवार के लोगों ने नए रूट से शोभा यात्रा निकालने का विरोध किया और यात्रा का रास्ता रोक लिया।

वे शोभायात्रा को वापस ले जाने की जिद करने लगे। इससे बात बढ़ी और मारपीट शुरू हो गई। रहमतउल्ला का आरोप है कि उनके बेटे असलम, पप्पू और मंटेल का सिर फोड़ दिया गया।

उनके समुदाय के लोग भी मदद के लिए आ पहुंचे। फिर दोनों समुदायों में मारपीट और पथराव होने लगा। मकानों की छतों से भी पथराव शुरू हो गया। इससे शोभा यात्रा में भगदड़ मच गई।

जान बचाने के लिए लोग इधर-उधर भाग निकले। झांकियों में बैठे बच्चों में किसी का सिर फटा तो किसी के हाथ-पैर में चोट लगी। रथ, टेंपो और लोडर वाले भी अपने वाहन छोड़कर भाग निकले।

 

शोभा यात्रा की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी भी बवाल देख भाग निकले। इसके बाद रहमत उल्ला और उनके परिवार और पड़ोस के लोग शोभा यात्रा वाहनों के आगे सड़क पर लेट गए।

इसके बाद दोनों समुदाय के लोगों ने नारेबाजी शुरू कर दी। कुछ देर बाद कई थानों की फोर्स, पुलिस और प्रशासनिक अफसर पहुंचे।

एसपी पश्चिम डॉ. अनिल मिश्रा और एसीएम ने दोनों पक्षों के लोगों को समझाने का प्रयास किया लेकिन दोनों ही अपनी बात पर अड़े रहे।

एसपी और एसीएम के सामने भी छतों और खाली प्लाटों के भीतर से पथराव किया गया। हालात बेकाबू होने की खबर पाकर डीएम रोशन जैकब, एडीएम सिटी अविनाश सिंह, एसएसपी अजय कुमार मिश्र स्वॉट टीम, पीएसी, आरएएफ के साथ पहुंचे। सभी एसीएम, एसपी, कई सर्किल के सीओ भी आ गए।

फोर्स को छतों पर मोर्चा संभालने के लिए लगा दिया गया। इतनी फोर्स के सामने भी दोनों ओर से पत्थरबाजी हुई। छतों पर खड़े पुलिसकर्मियों पर निशाना साधकर पथराव किया गया।

पत्थर लगने से कई पुलिसकर्मी भी चुटहिल हो गए। तब पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को खदेड़ा। बजरंगदल के अवध बिहारी, भाजपा विधायक सत्यदेव पचौरी, शैलेंद्र त्रिपाठी, पार्षद राम औतार और कई मुस्लिम नेता भी पहुंचे।

दोनों समुदाय के लोगों ने अपने-अपने पक्ष के लोगों को समझाने का प्रयास किया लेकिन दोनों अपनी-अपनी जिद पर अड़े रहे। रात 10 बजे तक रात तक समझाने का दौर चलता रहा।

मारपीट, पथराव में झांकी में सजे कनिष्ठा, मोहित, शिवम पांडेय, मनोज, ज्योति, सोनू, विपिन घायल हुए। इसके अलावा कई और लोगों को चोट लगी है।