हालांकि भाजपा के फौजी उम्मीदवार जनरल भुवन चंद खंडूरी के सामने कांग्रेस भी फौजी जनरल गंभीर सिंह नेगी को लेकर भी गंभीर है।
मंत्री हरक सिंह रावत ने सतपाल महाराज के मना करने पर चुनाव लड़ने की इच्छा खुद ही जताई थी लेकिन अब पलट गए हैं। सतपाल महाराज के पार्टी छोड़ने के बाद पौड़ी लोकसभा सीट को लेकर कांग्रेस में सबसे अधिक माथापच्ची चल रही है।
हरक सिंह रावत का कहना है कि प्रदेश प्रभारी अंबिका सोनी ने भी उनसे उम्मीदवारी को लेकर बात की थी लेकिन अचानक से हुए इस फैसले को लेकर वह तैयार नहीं हैं।
अमृता रावत को बताया बेहतर उम्मीदवार
उन्होंने मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी, गंभीर सिंह नेगी और अमृता रावत को पौड़ी से बेहतर उम्मीदवार बताया है। मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी का कहना है पौड़ी में हालात ऐसे भी खराब नहीं हैं जैसा माहौल बनाया जा रहा है।
स्थितियां अनुकूल हैं कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व को तय करना है कौन कहां से लड़ेगा। अगर मुझे टिकट मिलता है तो कोई दिक्कत नहीं है।
उनका कहना है सतपाल महाराज सभी के प्रिय नेता थे उनके आगे किसी ने कभी दावा नहीं किया मैंने भी टिकट नहीं मांगा है। ऐसे में पार्टी फैसला लेती है तो पीछे नहीं हटूंगा।
हरिद्वार सीट वैसे तो हरीश रावत के खाते में ही मानी जा रही है लेकिन मुख्यमंत्री का कहना है कि उनकी कोशिश है किसी स्थानीय नेता जो विधायक या पूर्व विधायक भी हो सकता है के नाम पर एकराय बन जाए। अगर ऐसा नहीं होता है तो फिर देखेंगे कि क्या फैसला लेना है।