भाजपा एक तरफ नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने की मुहिम में जुटी है, वहीं दूसरी ओर प्रदेश भाजपा में गुटबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है। चुनाव सिर पर हैं पर पार्टी में पदाधिकारियों को बदलने का दौर जारी है।
प्रदेश भाजपा में इन दिनों सब कुछ ठीक नहीं है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि चुनाव के लिए महज 13 दिन शेष हैं और पदाधिकारियों के बदलने का सिलसिला अब भी जारी है।
पहले महरौली के जिलाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता से इस्तीफा लिया गया तो अब लोकसभा चुनाव के पहले दक्षिणी दिल्ली जिलाध्यक्ष बलराम बिंदल पर लोकसभा के प्रत्याशी रमेश बिधूड़ी से तालमेल ठीक नहीं होने की वजह बताकर इस्तीफा ले लिया गया है। इस तरह से बिंदल की पूरी टीम ही अब चुनाव में भागीदारी से बाहर हो गई है।
बकौल बलराम बिंदल पार्टी ने साजिश रचकर पद से हटाने की मुहिम चार दिनों पहले ही शुरू कर दी थी। उन्होंने बताया कि छोटे राम को पहले षड्यंत्र के तहत चुनाव कैंपेन के लिए मेरे साथ कार्यवाहक के तौर पर जोड़ा गया। बाद में प्रदेश के संगठन महामंत्री ने फोन पर कहा कि आप इस्तीफा दे दें। बिना कारण बताए मुझसे इस्तीफा ले लिया गया। जबकि मेरी पूरी टीम नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के अभियान में जुटी थी।
पश्चिमी दिल्ली के इंचार्ज को दक्षिणी दिल्ली भेजा
उधर, प्रदेश भाजपा ने छोटे राम को महरौली जिले का अध्यक्ष बना दिया है। इसके साथ एक और फेरबदल करते हुए पश्चिमी दिल्ली लोकसभा चुनाव की जिम्मेदारी संभाल रहे आशीष सूद को तत्काल प्रभाव से दक्षिणी दिल्ली लोकसभा चुनाव की जिम्मेदारी सौंपी है।
पार्टी के नेताओं का कहना है कि चुनाव के ठीक पहले फेरबदल पार्टी के हित में नहीं है। एक तो पहले ही कार्यकर्ता अपनी पूरी क्षमता के साथ अभी तक नहीं जुटे है ऊपर से इस तरह के फैसले से विरोधी पक्ष मजबूत होगा और भाजपा अपने कार्यकर्ता ही प्रत्याशी के खिलाफ बगावती तेवर अख्तियार कर लेंगे। बता दें कि भाजपा की यह वह टीम है जिसे पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विजय गोयल ने तैयार की थी।