डॉक्टर की लापरवाही के चलते 1992 में अपनी पैर गवां चुकी शमशाबाद, फर्ररूखाबाद की संसारवती (30) आज भी न्याय की आस में दर-दर की ठोकरें खा रही है।
पहले पोलियो की वजह से एक पैर से विकलांग संसारवती के अब दोनों पैर गलत ऑपरेशन की वजह से काम के नहीं हैं।
पेशे से मजदूर पिता ओमप्रकाश ने तत्कालीन वाणिज्य मंत्री सलमान खुर्शीद पर संसारवती की अपंगता का वीडियो बनवाकर फंड इकट्ठा करने का आरोप लगाया है।
साथ ही इस मामले में सीबीआई से जांच कराने की मांग की। राजधानी में बुधवार को एक प्रेसवार्ता में पिता ओमप्रकाश ने बताया कि उनकी बेटी के बाएं पैर में पोलिया था। मार्च 1992 में जब वह 8 वर्ष की थी तो फतेहगढ़ के जिला अस्पताल में दिखाया।
वहां हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. एसके गुप्ता ने इलाज के दौरान बाएं पैर की जगह दायें पैर जो कि सही था, का ऑपरेशन कर दिया।
ऑपरेशन के बाद पैर में गैंगरीन की समस्या हुई, जिसका इलाज एम्स दिल्ली में कराया। यहां उसके पैर को काटना पड़ा।
ओमप्रकाश के अनुसार दिल्ली में तत्कालीन वाणिज्य मंत्री सलमान खुर्शीद ने अपने आवास पर उनकी बेटी की समस्या दिखाता हुआ वीडियो शूट कराकर आश्वासन दिया कि इससे फंड इकठ्ठा किया जाएगा और उनकी मदद करेंगे।
लेकिन ऐसा कुछ न हुआ। उन्होंने बताया कि उनके क्षेत्र की डॉ. रजनी सरीन ने कुछ ही समय पहले उन्हें सूचना दी थी कि संसारवती का वीडियो दिखाकर फंड इकठ्ठा किया गया है।
ओमप्रकाश चाहते हैं कि इस मामले की सीबीआई जांच कराकर यह पता किया जाए कि उस वीडियो फिल्म का क्या हुआ।
अगर उसके माध्यम से फंड इकट्ठा हुआ है तो वह उन्हें दिया जाए। साथ ही उनकी बेटी को सरकारी नौकरी दी जाए।
एमए तक पढ़ाई करने के बाद संसारवती घर पर ही कढ़ाई का काम करके खर्च चला रही है। एक प्रेसवार्ता के दौरान आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार मुकुल त्रिपाठी ने संसारवती को न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया।
कम पैसे देने पर किया गलत ऑपरेशन
ओमप्रकाश का कहना है कि कम पैसा देने के कारण डॉक्टर ने गलत ऑपरेशन किया था। मामले में फतेहगढ़ की फौजदारी कोर्ट ने डॉक्टर को दोषी पाते हुए एक साल की जेल और एक हजार रुपये जुर्माना लगाया।
इसके बाद दीवानी कचहरी ने डॉक्टर पर दो लाख का जुर्माना लगाया। लेकिन उन्होंने इस रकम को बहुत कम बताते हुए लेने से इन्कार कर दिया था।