नौकरी का लालच देकर तीन महीने तक छात्रा से दुराचार करने वाले कांग्रस विधायक संजय प्रताप जायसवाल के खिलाफ आखिरकार रिपोर्ट दर्ज हो गई है।
बस्ती से कांग्रेस विधायक जायसवाल समेत तीन अन्य के खिलाफ भी हजरतगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज हुई है।
इससे पहले एसीजेएम नेत्रपाल ने हजरतगंज थाना प्रभारी को मामले की रिपोर्ट दर्ज करके विवेचना करने का आदेश दिया था।
पीसीएस परीक्षा की तैयारी करने राजधानी आई पीड़िता ने कोर्ट में रिपोर्ट दर्ज कराने की मांग वाली अर्जी देकर बताया था कि 9 सितंबर 2013 को आजमगढ़ से लखनऊ आते समय चारबाग स्टेशन पर उसकी मुलाकात संजय प्रताप जायसवाल से हुई।
आरोपी ने स्वयं को डॉक्टर बताते हुए अपने सहयोगी अमरजीत मिश्रा तथा रिंकू जायसवाल से भी परिचय कराया।
जान-पहचान बढ़ने पर आरोपी ने खुद को बस्ती से कांग्रेसी विधायक बताया तथा नौकरी लगवाने का आश्वासन देकर दारुलशफा स्थित अपने आवास पर ले आया।
वहां आरोपी संजय प्रताप जायसवाल ने वादिनी को नौकरी का लालच देकर उसके साथ दुराचार किया तथा विवाह करने का आश्वासन दिया।
9 दिसंबर 2013 को जब विधायक की पत्नी व दो बच्चे दारुलशफा आए तब वादिनी को पता चला कि आरोपी विवाहित है।
विधायक की पत्नी के आने पर जब हंगामा हुआ तो हजरतगंज पुलिस मौके पर पहुंची और विधायक के दबाव में समझौता कराने का प्रयास किया।
उसे सादे कागजात पर दस्तखत करने को कहा गया और ऐसा नहीं करने पर जान से मारने की धमकी दी गई।
वादिनी की शिकायत पर पुलिस ने विधायक के दबाव में कोई कार्रवाई नहीं की।