आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल बेशक बनारस में पहली चुनावी रैली करने जा रहे हैं, लेकिन केजरीवाल यहां अपने लिए वोट नहीं मांगेंगे। इसकी जगह उनका ज्यादा जोर भाजपा के प्रधानमंत्री उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को हराने की वकालत करने पर होगा।
पार्टी सूत्रों की मानें तो मंगलवार की रैली सियासी तौर पर बेहद अहम है। इसकेलिए चार पेज की एक चिट्ठी तैयार की गई है। इसमें आंकड़ों के सहारे गुजरात के विकास मॉडल के सच का उजागर किया गया है।
पार्टी रणनीतिकार मान रहे हैं कि बनारस की सियासी लड़ाई बराबरी की नहीं है। एक तरफ मजबूत कैडर वाली पार्टी के प्रधानमंत्री उम्मीदवार हैं। इनके विकास मॉडल की चर्चा सालों से चल रही है। भाजपा ने इनके लिए जबरदस्त अभियान भी चला रखा है।