नोएडा/वैशाली की ओर से गुड़गांव या फरीदाबाद जाने वाले यात्रियों को अप्रैल के पहले हफ्ते से मंडी हाउस मेट्रो स्टेशन पर इंटरचेंज की सुविधा मिलने लगेगी।
दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के फेज-3 के तहत केंद्रीय सचिवालय से मंडी हाउस तक की तीन किलोमीटर लंबी लाइन यात्रियों के लिए खोलने से पहले प्रबंधन सेफ्टी क्लीयरेंस सर्टिफिकेट लेने की तैयारियों में लगा है।
सेफ्टी क्लीयरेंस सर्टिफिकेट के लिए डीएमआरसी मेट्रो रेल सेफ्टी कमिश्नर को होली के बाद आखिरी सुरक्षा जांच के लिए बुलाएगा। इसमें मेट्रो रेल कमिश्नर फायर, सेफ्टी, अलार्म, ट्रैक, ट्रेन आदि की जांच करके सेफ्टी क्लीयरेंस सर्टिफिकेट देंगे, जिसके बाद नई इंटरचेंज लाइन यात्रियों के लिए खुल जाएगी।
डीएमआरसी के मुताबिक, दिल्ली फायर सर्विस ने सेफ्टी क्लीयरेंस दे दिया है। मंडी हाउस मेट्रो स्टेशन के ऊपर स्कूल ऑफ ड्रामा की तरफ लिफ्ट, स्वचालित सीढ़ियों, रैंप आदि का निर्माण आखिरी चरण में हैं।
इसको पूरा करने के लिए डीएमआरसी ने कंपनी को 31 मार्च तक की डेडलाइन दी है।
15 मिनट का समय बचेगा
राजीव चौक जाने के लिए यात्रियों को बाराखंबा मेट्रो स्टेशन से होते हुए जाना पड़ता है।
यहां उनको येलो लाइन के लिए अंडरग्राउंड स्थित प्लेटफार्म पर जाना पड़ता है। नए इंटरचेंज से यात्रियों का 15 मिनट का समय बचेगा।
70 हजार का आंकड़ा होगा पार
यह सुविधा शुरू होते ही इस स्टेशन पर 70 हजार तक नए यात्री जुड़ जाएंगे। ये सभी येलो लाइन सुविधा के लिए राजीव चौक जाते हैं।
हालांकि, मंडी हाउस शुरू होते ही प्रबंधन को उम्मीद है कि आंकड़ा सवा लाख को पार कर जाएगा। फिलहाल अभी मंडी हाउस मेट्रो स्टेशन में यात्रियों की संख्या लगभग दस हजार है।
इससे सीपी, जनपथ, मंडी हाउस, नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा, हाईकोर्ट, बंगाली मार्केट, बाराखंबा रोड के आसपास जाने वालों को सबसे अधिक फायदा होगा।
यहां होंगे चार प्लेटफॉर्म
मंडी हाउस इंटरचेंज में चार प्लेटफॉर्म होंगे, जिसमें दो आमने-सामने जबकि दो एक-दूसरे से जुड़े होंगे।
नए स्टेशन की बिल्डिंग पुराने के साथ ही है। यहां केंद्रीय सचिवालय की तर्ज पर बीच में दीवार व गेट लगाए गए हैं।