दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के गद्दी छोड़ने के बाद अब बीजेपी ने भी सरकार बनाने की संभावना से इनकार कर दिया है।
जन लोकपाल बिल के मसले पर अपनी सरकार की शहादत दे चुके अरविंद केजरीवाल के बाद राजनीतिक गलियारों में यह बहस तेज हो गई थी कि अब दिल्ली में आगे क्या होगा।
दिल्ली में सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते बीजेपी के सरकार बनाने के कयास लगाए जा रहे थे। लेकिन भाजपा नेता डॉ. हर्षवर्धन ने यह कहकर सभी कयासों को गलत बता दिया है कि भाजपा दिल्ली में सरकार नहीं बनाएगी।
आप से निष्कासित विधायक विनोद कुमार बिन्नी ने कहा है कि सबसे बड़ी पार्टी होने के नेता भाजपा को दिल्ली में सरकार बनानी चाहिए। विन्नी पुराने भाजपाई हैं। आप से निकाले जाने के बाद वह लगातर भाजपा से जुड़ने के संकेत दे रहे थे। लेकिन अब उन्होंने भाजपा को दिल्ली में सरकार बनानी की सलाह देकर यह साफ कर दिया है कि वह भाजपा को समर्थन देने के लिए तैयार हैं।
विधानसभा में भाजपा के पास 32 सीटें हैं। विनोद कुमार बिन्नी उनसे जुड़ने के संकेत दे रहे हैं। साथ ही वे अपने साथ तीन और विधायकों के साथ होने की बात करते रहे हैं। दिल्ली में सरकार बनाने के लिए 36 सीटों की जरूरत होती है। ऐसे में केजरीवाल के बाद भाजपा के सरकार बनाने के कयास लगाए जा रहे थे।