भाजपा के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने मेरठ के विजयशंखनाद रैली में कांग्रेस और सपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मेरठ बलिदानियों की धरती है लेकिन कांग्रेस ने 1857 की क्रांति की गाथाओं को दबा दिया।
मोदी ने कहा कि इस ऐतिहासिक धरती को क्या विकास का अधिकार नहीं है। यहां रेल, एयरपोर्ट, कारखाने और रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने की जरूरत नहीं है?
कांग्रेस और सपा-बसपा की लड़ाई ने इस क्षेत्र को पीछे कर दिया। क्या कारण है कि यहां के गन्ना किसानों को आर्थिक तंगी झेलनी पड़ रही है। गन्ना किसानों के बहाने मोदी ने राज्य की सरकार पर भी जमकर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि हम किसानों की आर्थिक तंगी को दूर करने का भरोसा देने आए हैं। उसे बदलने का भरोसा देने आए हैं। उन्होंने कहा कि यहां की पार्टियों के नाम बदल गए हैं।
सपा, समाजविरोधी पार्टी बन गई है। सपा सरकार में अपराध बढ़ गया है। यहां की बहन-बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। सपा सरकार के दौरान हुए दंगों के इतिहास का जिक्र करते हुए मोदी ने अहमदाबाद से मेरठ की तुलना की।
बहन बेटियों पर बढ़ रहे अत्याचारों के सहारे मोदी ने मुजफ्फरनगर दंगों को लेकर सपा सरकार पर सवाल उठाए। दरअसल मुजफ्फरनगर दंगों की शुरूआत छेड़छाड़ की एक छोटी सी वारदात से हुई थी।
सपा सरकार अगर हमारा मुकाबला करना चाहती है तो रैलियां करके नहीं, विकास करके करे। मोदी का मुकाबला विकास से करे। लोगों को रोजगार और विकास दे।
उन्होंने कहा कि देश में खून-खराबा बंद होना चाहिए। शांति और सद्भभाव भाजपा का मूल मंत्र है। आप हमें मौका दीजिए, हम उत्तर प्रदेश को दंगामुक्त प्रदेश बनाकर देंगे। उन्होंन कहा कि यूपी में गन्ना मिलों के मालिक मस्त हैं, सरकार भ्रष्ट है और जनता त्रस्त है।
दंगों के आधार पर मोदी ने अहमदाबाद और मेरठ की तुलना की। मोदी ने बोला जिस तरह मेरठ में छोटी छोटी सी बातों पर दंगे हो जाते हैं ऐसा ही हाल अहमदाबाद का था। लेकिन भाजपा की सरकार ने दंगों से निकलकर वहां शांति कायम की। और विकास किया।
उन्होंने सपा सरकार से पूछा कि आखिर सरकारी पैसा कहां जा रहा है। जनता के पाई-पाई का हिसाब होना चाहिए। मोदी ने कहा कि हम देश के चौकीदार हैं।
अगर आप हमें मौका देंगे तो हम देश की तिजोरी पर, जनता के खून-पसीने की कमाई पर किसी का पंजा पड़ने नहीं देंगे।