रेप के आरोपी एनजीओ संचालक खुर्शीद अनवर ने 12 सितंबर की रात में पीड़ित छात्रा से दुष्कर्म और अप्राकृतिक संबंध बनाने के अगले दिन भी छेड़छाड़ और रेप का प्रयास किया था।
यानि 13 सितंबर की सुबह अनवर ने पीड़िता को पकड़ लिया था और उसके साथ छेड़छाड़ करने लगे थे। खुर्शीद अनवर ने युवती के कपड़े भी उतार दिए थे। खुद को बचाने के लिए युवती कमरों में घूमती रही।
पीड़ित युवती ने ये खुलासा अपने 164 (कोर्ट के सामने) और 161 (पुलिस के सामने) के बयानों में किया है।
पीड़िता का बयान दर्ज
मणिपुर गई वसंतकुंज (नार्थ) थाने की तीन सदस्यीय पुलिस टीम ने शुक्रवार शाम को पीड़िता के बयान लिए। इसके बाद कोर्ट में जज के सामने पीड़िता के बयान दर्ज किए गए।
दक्षिण जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार पीड़ित के करीब 11 घंटे में बयान दर्ज हुए। पीड़िता ने अपने बयानों में खुर्शीद अनवर से जान-पहचान होने, उत्तराखंड त्रासदी में लोगों की सहायता के लिए जाने, खुर्शीद के घर डिनर पार्टी होने और अपने साथ हुई घटना के बारे में विस्तार से बताया है।
‘अनवर उसके ऊपर थे’
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पीड़िता ने जो बयान दिए हैं, वह एफआईआर से मैच हो गए हैं। पीड़िता के बयानों की जो रिकार्डिंग सीडी है उससे भी बयान मिल गए हैं।
पीड़ित युवती ने अपने बयानों में कहा है कि 12 सितंबर को डिनर पार्टी में शराब पीने के कारण ज्यादा नशा हो गया था। छात्रा का आरोप है कि उसे शराब में मिलाकर कुछ दिया गया था। शराब पीने के बाद उसे उल्टी हो गई। रात में जब उसे होश आया तो उसके शरीर पर कपड़े नहीं थे और अनवर उसके ऊपर थे।
रात में उसे कभी होश आता तो कभी वह बेहोश हो जाती थी। उसे नशा इतना ज्यादा हो गया था कि वह विरोध नहीं कर पाई थी। अगले दिन सुबह खुर्शीद ने उसके साथ फिर दुष्कर्म का प्रयास किया था।
पार्टी में शामिल लोगों पर भी सवाल
पीड़ित युवती ने पार्टी में शामिल लोगों पर भी सवाल उठाए हैं। युवती ने अपने बयानों में कहा कि उसे इस बात पर अचंभा हो रहा है कि जब उसे ज्यादा नशा हो गया था तो पार्टी में शामिल लोग उसे खुर्शीद अनवर के घर ही क्यों छोड़कर चले गए।
युवती ने अपने बयानों में किसी का नाम तो नहीं लिया और न ही डिनर पार्टी में शामिल होने और दुष्कर्म के षड्यंत्र में किसी को शामिल बताया है। मगर वह इस बात से परेशान जरूर है।
छिपाया गया है युवती का कपड़ा
दक्षिण जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार दुष्कर्म और अप्राकृतिक संबंध बनाने के बाद पीड़ित युवती कई दिन दर्द से कराहती रही। युवती के कुछ दोस्तों ने आरोप लगाया है कि पीड़ित युवती ने जान-बूझकर मेडिकल जांच नहीं कराई।
दोस्तों ने तो ये भी आरोप लगाया है कि पुलिस में जाने और मेडिकल जांच कराने को लेकर कुछ लोगों ने पीड़ित युवती को धमकाया था। इन लोगों ने युवती को इस कदर घेर लिया था कि वह अपने नजदीकी दोस्तों को भी कुछ नहीं बता पाई थी।
दूसरी तरफ पुलिस उन कपड़ों को बरामद नहीं कर पाई है जो कपड़े पीड़ित युवती ने घटना वाले दिन पहने हुए थी। पुलिस में ये चर्चा है कि युवती के कपड़े कुछ लोगों के कब्जे में थे और उन कपड़ों को सबूत मिटाने के उद्देश्य से छिपा दिया गया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही कुछ लोगों से इस मामले में पूछताछ की जाएगी।
सोनीपत में हुई थी मेडिकल जांच
पीड़ित युवती के एक दोस्त तपन ने अमर उजाला को बताया है कि पीड़ित युवती की सोनीपत में मेडिकल जांच हुई थी। दोस्त ने बताया कि घटना के एक सप्ताह बाद वह एक जान-पहचान के डॉक्टर के पास युवती को ले गए थे।
डॉक्टर ने जांच तो की थी, मगर घटना को एक सप्ताह से ज्यादा हो गया था, इसलिए मेडिकल जांच से किसी तरह के सबूत मिलने की बात से इनकार कर दिया था।
‘अब कभी दिल्ली नहीं आएगी’
पीड़ित युवती के कुछ दोस्तों ने बताया है कि दुष्कर्म की घटना के बाद पीड़ित युवती बहुत ज्यादा दुखी हो गई थी। वह कई दिन दर्द से कराहती रही थी। लोग उसे मेडिकल उपचार दिलवाने की बजाय मामले को दबाने में लगे हुए थे।
कुछ दोस्तों का आरोप है कि अनवर के कुछ लोगों ने पीड़िता को पुलिस के पास नहीं जाने दिया। इन बातों से दुखी होकर युवती 23 सितंबर को मणिपुर चली गई थी। उसने जाते हुए बोला था कि वह अब कभी दिल्ली नहीं आएगी।
साभार :अमर उजाला, दिल्ली