भ्रष्टाचार के खिलाफ बेहद ताकतवर अस्त्र माने जा रहे लोकपाल बिल का भविष्य मंगलवार को राज्यसभा में तय होगा। सपा को छोड़कर लगभग सभी दलों ने बिल का समर्थन करने का आश्वासन दिया है।
अधिकांश दलों की हामी के बाद राज्यसभा में बिल के पारित होने की पूरी उम्मीद है। सरकार और मुख्य विपक्षी दल भाजपा बिल को हंगामे के बीच भी पारित कराने पर सहमत हैं।
वहीं, मुलायम सिंह यादव की सपा इसे किसी भी कीमत पर पारित नहीं होने देने की बात बार-बार दोहरा रही है। सोमवार को सर्वदलीय बैठक से भी सपा नदारद रही। सपा को मनाने की सरकार की कोशिशें जारी हैं।
कांग्रेस कोर कमेटी की बैठक में भी बिल को पारित कराने की रणनीति पर चर्चा हुई। लोकपाल को लेकर राहुल गांधी की प्रतिष्ठा जुड़ने के बाद सरकार के लिए इसे पास कराना बड़ी चुनौती बन गया है। सरकार के मैनेजरों को सपा के मानने की उम्मीद है।
उधर, भाजपा ने फिर कहा है कि वह बिल का समर्थन करेगी और सरकार को सेलेक्ट कमेटी की सारी सिफारिशें मंजूर करनी चाहिएं। वहीं अन्ना हजारे के अनशन के सातवें दिन भी जारी रहने से सरकार पर और दबाव बढ़ गया है।
सरकार राज्यसभा में मंगलवार को बिल पर चर्चा के बाद इसे पारित कराने की कोशिश करेगी। राज्यसभा के सभापति हामिद अंसारी की सर्वदलीय बैठक में लगभग सभी दलों ने इसे पारित कराने के लिए समर्थन देने का भरोसा दिया।
सूत्रों के मुताबिक बैठक में हामिद अंसारी ने मौजूद सभी दलों को यह आश्वस्त करने के लिए कहा कि यह अहम बिल हंगामे में पास नहीं हो और बिल पर सार्थक चर्चा हो। हंगामा करने की स्थिति में सपा सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात भी उठी, मगर इसके लिए सभापति राजी नहीं थे। जबकि कई दलों ने भी इसका विरोध किया।
कांग्रेस कोर कमेटी में बनी रणनीति
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस कोर कमेटी की बैठक में बिल को पास कराने को लेकर रणनीति बनी।
माना जा रहा है कि सरकार और कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व सपा मुखिया मुलायम सिंह से बात कर सकता है। बैठक के बाद कमलनाथ ने कहा कि बैठक में माना गया कि सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता लोकपाल बिल है। इसे वह किसी भी सूरत में मंजूर करेगी
जेटली ने दिया प्रश्नकाल स्थगित करने का नोटिस
राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने लोकपाल बिल पर बहस शुरू करने के लिए प्रश्नकाल स्थगित करने का नोटिस दिया है।
सपा के संपर्क में है सरकार
बैठक के बाद संसदीय कार्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि सरकार सपा नेतृत्व से संपर्क में है। बिल के पारित होने का भरोसा जताते हुए उन्होंने कहा कि सभी दल सपा से इसे पारित कराने के लिए अपील कर रहे हैं।
हालांकि राज्यसभा में कांग्रेस के एक सांसद ने कहा कि जिस तरह से सरकार इसे लेकर गंभीर है, उसको देखते हुए वह इसे पारित कराने के लिए कोई भी तरीका अपना सकती है।
सपा कर सकती है वॉकआउट
उधर, सरकार के सूत्रों ने बताया कि सपा को मनाने की रणनीति के तहत शुरुआत में ही उसे अपनी बात रखने का मौका दिया जा सकता है। सरकार के मैनेजरों को उम्मीद है कि उनकी रणनीति काम आएगी और सपा अपनी बात रखकर वॉकआउट कर जाएगी। इस तरह से बिल को पास कराना आसान हो जाएगा।
बिल पारित नहीं होने देंगे: रामगोपाल
सपा महासचिव रामगोपाल यादव ने लोकपाल बिल पर सपा के कदम पीछे खींचने की खबरों का खंडन किया। उन्होंने कहा कि सपा के बिल का समर्थन करने की बात गलत है। क्या सपा कार्यवाही बाधित कर बिल को पारित नहीं होने देगी, के जवाब में उन्होंने कहा कि वह इतना कह सकते हैं कि सपा बिल का विरोध करेगी।