‘वकील की गलती से फंस गए राजपाल यादव’
फिल्म अभिनेता राजपाल यादव को दिल्ली हाईकोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया है, लेकिन उनके भाई श्रीपाल यादव के अनुसार वकील की गलती से भाई को हिरासत में भेजा गया है। उनका भाई बेहद भोला और सीधा है।
उन्हें कोर्ट पर पूरा भरोसा है। जल्द ही भाई को जमानत मिल जाएगी और वह बाहर आ जाएगा।
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उन्होंने बताया कि राजपाल ने फिल्म बनाने के लिए मुकदमे के वादी से पार्टनरशिप की थी। फिल्म नहीं चल सकी जिससे करोड़ों का घाटा हो गया। इस पर पार्टनर ने राजपाल से रुपए की मांग कर दी। राजपाल ने रुपए देने की हामी भरी थी, लेकिन किसी कारण से रुपए अदा नहीं हो सके।
शाहजहांपुर के ही रहने वाले हैं मुकदमे के वादी
राजपाल के खिलाफ मुकदमा करने वाले वादी माधौगोपाल अग्रवाल भी शाहजहांपुर के ही रहने वाले हैं। जिस कंपनी मुरली प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड की ओर से राजपाल को पांच करोड़ का कर्ज देने की बात की जा रही है उसके वह एमडी हैं। कंपनी का मुख्यालय दिल्ली में है। फोन पर अमर उजाला से हुई बात में उन्होंने राजपाल पर उधार के रुपए नहीं देने का दोष मढ़ा।
अग्रवाल ने बताया कि राजपाल ने फिल्म बनाने के लिए कंपनी से पांच करोड़ की राशि उधार ली थी। काफी समय से रुपयों की वापसी की मांग करने के बाद भी राजपाल कोई ध्यान नहीं दे रहे थे। मजबूरन उन्हें कोर्ट का सहारा लेना पड़ा। अग्रवाल के अनुसार राजपाल को छह माह पूर्व भी मुंबई में गिरफ्तार किया गया था। बाद में उन्हें जमानत मिल गई थी।
सन्नाटे में डूब गया राजपाल का घर
पुवायां। बंडा से बिलसंडा मार्ग पर कुछ दूर चलने के बाद दक्षिण की ओर से एक रास्ता जाता है। पहले इस रास्ते को गांव कुंडरा जाने वाला रास्ता जाना जाता था, लेकिन यहां के राजपाल यादव के बॉलीवुड में पहचान बनाने के बाद इसे राजपाल के घर जाने वाला रास्ता बोला जाने लगा है।
मंगलवार को राजपाल को न्यायिक हिरासत में लिए जाने की खबर मिलने के बाद यह संवाददाता फिल्म अभिनेता के पैतृक आवास पर पहुंचा तो वहां सन्नाटा पसरा हुआ था।
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पहले भी कई बार इस कोठी पर आने का अवसर मिला है। कोठी के अहाते में हमेशा कुछ लोग बतियाते मिल जाते थे। कोई राजपाल का फैन होता था तो कोई भैया जी(राजपाल के बड़े भाई श्रीपाल) से मिलने आया होता था।
लोगों के अलग-अलग काम होते थे। मंगलवार को दोपहर बाद कोठी का अहाता शांत था। एक घरेलू नौकर काम में लगा हुआ था और राजपाल के पिता नौरंग सिंह चादर ओढ़े चुप बैठे हुए थे। दुआ सलाम के बाद परिचय दिया और राजपाल के बारे में जानकारी चाही तो बोले हमैं तउ कछु पता नाइ हइ।