मंगलवार से शुरू हुआ अन्ना हजारे का आंदोलन अभी थोड़ा फीका लग रहा है मगर इस बीच अन्ना ने यह भी साफ कर दिया है कि यदि अरविंद केजरीवाल रालेगण आए तो उनके लिए मंच पर जगह नहीं होगी।
अनशन में अरविंद केजरीवाल के न आने और शायद इस कारण लोगों के कम होने पर वरिष्ठ समाजसेवी अन्ना हज़ारे कहते हैं, “मुझे किसी की ज़रूरत नहीं है। 76 वर्षों के जीवन में मैंने सोलह आंदोलन किए और सूचना का अधिकार ऐसे ही आंदोलन से प्राप्त हुआ।
अन्य कई सफलताएं भी ऐसे ही आंदोलनों से मिली। क्या कोई साथ था? मैं अपना आंदोलन खुद चला सकता हूं। जिन्हें आना है वे आ सकते है।”
यदि केजरीवाल आ गए तो उनकी प्रतिक्रिया क्या होगी, यह पूछने पर अन्ना ने कहा, “यदि वे आना चाहें तो आ सकते है, लेकिन उन्हें मंच पर जगह नहीं मिलेगी। उन्हें लोगों में बैठना होगा।”
क्या दिल्ली विधानसभा चुनावों के बाद केजरीवाल और उनके बीच कोई बातचीत हुई, यह पूछने पर उन्होंने बस इतना कहा, “नहीं।”
अनशन की सफलता की संभावना के बारे में पूछने पर वरिष्ठ समाज सेवी अन्ना हजारे ने कहा कि वह आंदोलन की सफलता के प्रति आश्वस्त हैं और यदि आंदोलन सफल नहीं हुआ तो वे प्राण त्याग देंगे।