
सात मैचों की सीरीज के अंतिम वनडे मैच में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर भारत को पहले बल्लेबाजी का न्योता दिया था।
पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने के बाद भारत ने 50 ओवर में छह विकेट के नुकसान पर 383 रन बनाए। जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने पुछल्ले बल्लेबाजों के दम पर भारत को चुनौती देने की कोशिश की लेकिन पूरी टीम 45.1 ओवर में 326 रन बनाकर आउट हो गई।
भारत की ओर से रोहित शर्मा (209 रन, 158 गेंद, 12 चौका और 16 छक्का) ने करियर की सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजी की। सलामी बल्लेबाज रोहित ने कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (62 रन, 38 गेंद) के साथ महज 15.3 ओवर में 167 रनों की आतिशी साझेदारी की। रोहित का इस सीरीज में दूसरा और करियर का चौथा शतक रहा।
जबकि ऑस्ट्रेलिया की ओर से पुछल्ले बल्लेबाज जेम्स फॉकनर ने महज 73 गेंदों में 116 रन बनाकर मैच को रोमांचक बना दिया था।
गेंदबाजी में भारत की ओर से रवीद्र जडेजा ने तीन और मोहम्मद शमी ने तीन-तीन जबकि आर अश्विन ने दो सफलता हासिल की।
फॉकनर ने सांस रोकी
शुरुआती सफलता से लग रहा था कि भारत यह मैच आसानी से जीत लेगा लेकिन ग्लेन मैक्सवेल (60 रन) की आतिशी पारी के बाद पुछल्ले बल्लेबाज जेम्स फॉकनर ने आतिशी बल्लेबाजी कर भारतीय गेंदबाजों की लय बिगाड़ दी। फॉकनर ने महज 57 गेंदों में अपना पहला शतक जमाया।
फॉकनर ने क्लिंट मकाय (18) के साथ नौंवें विकेट के लिए 115 रनों की शतकीय साझेदारी की।
भारतीय गेंदबाजों ने दिलाई शुरुआती सफलता
लगभग आठ रन प्रति ओवर से बड़े लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम को अच्छी शुरुआत नहीं मिल सकी। दूसरे ओवर में ही तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने ऐरोन फिंच (5) को युवराज के हाथों कैच आउट कराया। इसके बाद आर अश्विन ने फीलिप ह्यूज (23) को चलता किया।
धीमी शुरुआत और दोनों सलामी बल्लेबाजों को सस्ते में गंवाने के बाद कंगारू टीम संकट में थी। बल्लेबाजी में ऊपरी क्रम में भेजे गए ब्रैड हैडिन (40) कुछ देर तक क्रीज पर टिके रहे। लेकिन दूसरे छोर पर कप्तान जॉर्ज बैली (4) और एडम वोग्स (4) भी सस्ते में वापस लौट गए।
हालांकि ग्लेन मैक्सवेल (60 रन, 22 गेंद, 3 चौके और 7 छक्का) ने आतिशी पारी खेलते हुए महज 18 गेंदों में 50 रन ठोककर भारतीय खेमे मे चिंता की लकीर खींच दी थी पर एक ओवर में विनय कुमार पर 23 रन बनाने वाला यह बल्लेबाज इसी गेंदबाज का शिकार बना। �
रोहित शर्मा की आतिशी पारी
रोहित ने सीरीज में दूसरा शतक लगाने के बाद जमकर बल्लेबाजी की। उन्होंने 114 गेंदों में अपना शतक पूरा किया। इस सलामी बल्लेबाज ने शतक लगाने के बाद अपनी पारी में छक्कों की लड़ी लगा दी। वह एक पारी में सबसे ज्यादा 16 छक्के लगाने का विश्व रिकॉर्ड भी रच दिया।
वह वनडे क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने वाले दुनिया के तीसरे बल्लेबाज भी बने। इससे पहले वनडे इतिहास में सिर्फ सचिन तेंदुलकर (नाबाद 200) और वीरेंद्र सहवाग (219) ही दोहरा शतक लगाने का कारनामा कर सके हैं।
कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने भी अर्धशतक लगाया। वह पारी की अंतिम गेंद पर दो रन लेने के चक्कर में रन आउट हुए। उन्होंने हज 38 गेंदों में 62 रन (7 चौका और 2 छक्का) बनाए।
युवराज सिंह फिर फ्लॉप
विराट कोहली (0) के जाने के बाद सुरेश रैना (28) ने रोहित शर्मा का साथ दिया लेकिन वह जेवियर डोहर्टी के शिकार बने।
भारतीय टीम में शीर्ष क्रम के सभी बल्लेबाजों ने इस सीरीज में खूब रन बनाए हैं। लेकिन रैना के बाद क्रीज पर आए युवराज सिंह (12) आज भी नहीं चले और सस्ते में पवेलियन लौट गए। वह इस सीरीज में बुरी तरह से फ्लॉप रहे हैं।
एक और बेजोड़ शुरुआत
शिखर धवन और रोहित शर्मा की सलामी जोड़ी ने सीरीज में तीसरी बार शतकीय साझेदारी की। दोनों बल्लेबाजों ने जमकर बल्लेबाजी करते हुए कंगारू गेंदबाजों को खूब परेशान किया।
दोनों में पहले धवन ने पचासा पूरा किया। हालांकि शिखर धवन (60) आज बड़ी पारी नहीं खेल पाए।
उन्हें जेवियर डोहर्टी ने पगबाधा कराया। आउट होने से पहले धवन ने आज अपने करियर का पांचवां अर्धशतक लगाया। धवन और रोहित ने सीरीज में तीसरी बार पहले विकेट के लिए शतकीय साझेदारी (112 रन) की।
धवन के जाने के बाद क्रीज पर आए विराट कोहली (0) आज खाता खोले बगैर ही रन आउट हो गए। कोहली ने इस सीरीज में दो शतक लगाए।
दोनों टीमों में एक-एक बदलाव
सीरीज के निर्णायक मुकाबले के लिए दोनों टीमों ने एक-एक बदलाव किया था। भारतीय टीम में अमित मिश्रा की जगह विनय कुमार को फिर से मौका दिया गया जबकि ऑस्ट्रेलिया ने तेज गेंदबाज मिचेल जॉनसन की जगह नाथन कल्टर नील को शामिल किया।
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इस मैच से पूर्व टीम इंडिया ने नागपुर में हुए छठे मैच में ऑस्ट्रेलिया को छह विकेट से हराकर सीरीज 2-2 से बराबरी पर ला दिया था। इस सीरीज के दो मैच (रांची और कटक) बारिश के कारण रद्द कर दिया गया था।


