योगगुरु रामदेव के भाई रामभरत के खिलाफ एसीजेएम अर्चना सागर की कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी किया है। रामभरत के अलावा चार पुलिसकर्मियों को भी वारंट जारी किए गए। चौथ वसूली के लिए धमकी देने के मामले में गवाही पर नहीं पहुंचने के चलते कोर्ट ने यह कदम उठाया है।
अभियोजन अधिवक्ता आदेश चौहान ने बताया कि वादी रामभरत ने 15 अक्तूबर 2005 को कनखल थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप लगाया था कि 13 एवं 14 अक्तूबर को उनके फोन पर पंद्रह लाख की फिरौती मांगने की धमकी मिल रही हैं।
दीप भट्ट को जेल भेज दिया
रामभरत ने पुलिस को यह भी बताया था कि धमकी देने वाला स्वयं को पूर्व कर्मचारी बता रहा है। आरोपी कहता है कि उसके अन्य कर्मचारियों से भी ताल्लुकात हैं। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की। फोन नंबर के आधार पर पुलिस ने शिवपुरी कनखल निवासी दीप भट्ट को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। फिलहाल वह जमानत पर है।
रामभरत और चार पुलिसकर्मी कोर्ट में नहीं आए
नौ मार्च 2012 को रामभरत ने अपने बयान दर्ज करा दिए थे। अब उसे जिरह के लिए कोर्ट के सामने हाजिर होना था। बृहस्पतिवार को मामले की तारीख थी। रामभरत और चार पुलिसकर्मी कोर्ट में नहीं आए। कोर्ट ने वादी रामभरत, दारोगा आरबी चमोला और कांस्टेबल पंकज चौहान, जसवंत तथा दीपक अरोड़ा के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिए। इन्हें चार दिसंबर 2013 तक न्यायालय में पेश करने के आदेश दिए।