गुजरात के मुख्यमंत्री और भाजपा के पीएम पद के दावेदार नरेंद्र मोदी ने शनिवार बिहार का दौरा कर पटना रैली सीरियल ब्लास्ट में मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात की।
हालांकि, मोदी का गोपालगंज और सुपौल जाने का कार्यक्रम भी था, लेकिन खराब मौसम के कारण ऐसा नहीं हो सका।
शनिवार मोदी सबसे पहले गौरीचक पहुंचे और मृतक राजनारायण के परिवार से मुलाकात की। उन्होंने राजनारायण के निधन पर शोक जताते हुए शोक संतप्त परिवार को पांच लाख रुपए की सहायता राशि दी।
मौसम खराब होने के कारण नरेंद्र मोदी का हेलिकॉप्टर गोपालगंज में नहीं उतर पाया। मोदी को यहां पटना ब्लास्ट में मारे गए मुन्ना श्रीवास्तव के परिजनों से मिलना था।
फोन पर की मृतक की पत्नी से बात
मोदी ने मुन्ना श्रीवास्तव की पत्नी से फोन पर बात की। मोदी ने कहा, “मैं तुम्हें बेटी मानता हूं। मैं तुम्हारा हमेशा ध्यान रखूंगा।” खराब मौसम के कारण मोदी गोपालगंज और सुपौल नहीं जा पाए। वहां से मोदी पटना लौट गए।
रविवार को पटना के गांधी मैदान में हुई हुंकार रैली में सिलसिलेवार बम धमाकों में छह लोग मारे गए, जबकि 90 से ज्यादा जख्मी हुए।
बिहार भाजपा के अध्यक्ष मंगल पांडे ने कहा, “नरेंद्रभाई का हेलीकॉप्टर भारी कोहरे की वजह से गोपालगंज में नहीं उतर सका। वह पटना लौट गए हैं।”
गौरीचक में प्रभावित परिवार से मिलने के बाद उन्होंने ट्वीट कर कहा, “यह जानकर गर्व हुआ कि नारायण के दोनों बेटे सेना में कार्यरत हैं।”
भाजपा-जदयू में जंग
मोदी के बिहार दौरे को लेकर भाजपा और जदयू में जुबानी जंग शुरू हो गई है। जनता दल युनाइटेड का कहना है कि मोदी के इस दौरे से प्रदेश के लोगों में गलत संदेश जाएगा।
इससे आपसी भाईचारा और सद्भाव पर गलत असर पड़ेगा। वहीं भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि मोदी की यह दौरा किसी राजनीति से प्रेरित नहीं है। मोदी केवल पटना ब्लास्ट में मारे गए लोगों से मिलने गए हैं।
जनता दल युनाइटेड के प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा, “जिस तरह मध्यकालीन युग में राजा अपने लश्कर के साथ दूसरे राज्य पर चढ़ाई करते थे, उसी तरह मोदी कर रहे हैं। यह एक राज्य का दूसरे राज्य पर हमला जैसा है।”
हाल में मोदी की तारीफ करने वाले जदयू नेता शिवानंद तिवारी ने कहा कि नरेंद्र मोदी को इतना उतावलापन नहीं दिखाना चाहिए। उन्हें यह दौरा नहीं करना चाहिए था। भाजपा के स्थानीय नेता मौजूद हैं, वे ऐसा कर सकते थे।