मध्य प्रदेश और मिजोरम में विधानसभा चुनावों के लिए मतदान ने रफ्तार पकड़ ली है।
मध्य प्रदेश में दोपहर तक 230 विधानसभा सीटों के लिए 26 फीसदी मतदान होने की खबर है। हालांकि कुछ इलाकों में दो गुटों के बीच गोलीबारी हुई लेकिन किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
शिवराज ने वोट डाला
बुधनी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज सुबह अपना वोट डाला।
वोट डालने के बाद संवाददाताओं से बात करते हुए उन्होंने कहा कि दस साल से बीजेपी ने प्रदेश में बहुत विकास कार्य किया है और इस बार भी बीजेपी की ही सरकार बनेगी।
कांग्रेस के नेता और सांसद कमलनाथ ने शिकारपुर (छिंदवाड़ा) में अपना वोट डाला।
मिजोरमः मतदाताओं में उत्साह
मिजोरम में 40 विधानसभा सीटों पर सुबह 11 बजे तक 36.63 फीसदी मतदान दर्ज किया गया। यहां सुबह सात बजे वोटिंग शुरू हुई थी।
मध्य प्रदेश में जहां भाजपा के सामने जीत की हैट्रिक लगाने की चुनौती है, वहीं पिछला विधानसभा चुनाव जोरशोर से जीतने वाली कांग्रेस के समक्ष मिजोरम में अपनी सत्ता बरकरार रखने की चुनौती है।
मिजोरम चुनावों की खास बात यह है कि यहां कि दस सीटों पर पहली बार वीवीपीएटी प्रणाली अपनाई जाएगी। इसके तहत मतदाताओं को मतदान करने के बाद पर्ची भी मिलेगी।
भाजपा की उम्मीदें
मध्य प्रदेश में भाजपा की उम्मीदें नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के करिश्मे पर टिकी है। जबकि चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस ने युवा नेता और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को परोक्ष तौर पर मुख्यमंत्री के उम्मीदवार के रूप में पेश किया है।
बहरहाल मध्य प्रदेश के 66 लाख से अधिक मतदाता सोमवार को 2586 उम्मीदवारों का भविष्य तय कर रहे हैं। मतदान के लिए 53,946 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
इनमें से 14,950 मतदान केंद्र को संवेदनशील घोषित किया गया है। खासतौर पर नक्सल प्रभावित 60 सीटों पर कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं।
उधर, 40 सदस्यीय मिजोरम विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के समक्ष अपनी सत्ता बरकरार रखने की चुनौती है।
यहां मुख्य मुकाबला कांग्रेस और मिजो नेशनल फ्रंट के बीच है। चुनाव में 11 मंत्रियों सहित 142 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। बीते चुनाव में कांग्रेस ने 32 सीटें हासिल कर जोरदार जीत हासिल की थी।