समाजवादी पार्टी के महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव का कहना है कि मनरेगा और मिड-डे मील जैसी योजनाएं बंद होनी चाहिए। ये योजनाएं नाकारा बनाने वाली हैं।
वे रविवार को जैन मेले में आयोजित अखिल भारतीय शैक्षिक संगोष्ठी में बोल रहे थे। उन्होंने बेसिक शिक्षा में सुधार की जरूरत बताते हुए शिक्षकों से जिम्मेदारी समझने का आह्वान किया।
शिक्षा के उन्नयन विषय पर हुई गोष्ठी में बोलते हुए कहा कि प्रोफेसर रामगोपाल ने कहा कि बेसिक स्तर पर शिक्षा में सुधार की जरूरत है। राज्य में शिक्षकों की कमी है। प्राइमरी के शिक्षक अपने दायित्वों को समझें। 72 हजार शिक्षकों की नियुक्ति का मामला न्यायालय में लंबित है।
उन्होंने मिड-डे मील और मनरेगा योजनाओं को अनुपयोगी बताते हुए इन्हें बंद करने की मांग की। खाद्य सुरक्षा कानून को पैसे की बर्बादी बताया। उन्होंने कहा कि यह धन अन्य विकास योजनाओं में लगाया जा सकता है।
उन्होंने जैन धर्म के संदेशों को आत्मसात करने का आह्वान करते हुए शाकाहार पर जोर दिया। तीर्थंकर महावीर विश्वविद्यालय मुरादाबाद के कुलपति सुरेश चंद्र जैन ने कहा कि राज्य सरकार जैन समाज को यूपी में अल्पसंख्यक का दर्जा दे दिया है, लेकिन केंद्र सरकार के स्तर पर मामला लटका है।