उत्तर प्रदेश में इटावा जिले को पर्यटन हब बनाने की दिशा में प्रदेश सरकार ने एक कदम और आगे बढ़ा दिया है। सैफई हवाई पट्टी को अब एयरपोर्ट बनाने की कवायद हो रही है।
प्रदेश सरकार की सिफारिश पर केंद्रीय उड्डयन मंत्रालय और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की सैद्धांतिक सहमति मिल गई है। नागरिक उड्डयन विभाग के अधिकारियों की टीम 28 नवंबर को सैफई हवाई पट्टी का निरीक्षण करेगी।
प्रदेश में सपा की सरकार बनने के बाद इटावा के विकास को पंख लग जाते हैं। सरकार बनने के डेढ़ साल के अंदर ही यहां लायन सफारी से लेकर तमाम अन्य बड़े प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो चुका है।
सपा मुखिया मुलायम सिंह के नक्शेकदम पर चलते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी इटावा को देश के नक्शे पर अग्रिम पंक्ति में शामिल करने का खाका तैयार किया है। इससे पहले प्रदेश सरकार की सिफारिश पर यहां केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की उच्च स्तरीय टीम जिले का दौरा कर चुकी है।
पहले चरण में यहां के कम से कम आधा दर्जन स्थानों को राष्ट्रीय स्तर के मानक वाले रमणीय स्थल बनाने की दिशा में विचार किया जा रहा है। मुख्यमंत्री की मंशा है कि इटावा को पूरे देश का पर्यटन हब बनाया जाए।
आगरा का ताजमहल देखने के बाद देशी और विदेशी पर्यटक इटावा में लायन सफारी का लुत्फ जरूर उठाएंगे।
इसके लिए आवागमन के साधन भी उच्चस्तरीय होने चाहिए। इसी बात को ध्यान में रखते हुए सैफई हवाई पट्टी को एयरपोर्ट में तब्दील करने की योजना है।