
रणजी ट्रॉफी के ग्रुप ‘ए’ के एक मुकाबले में मुंबई ने हरियाणा को चार विकेट से हराकर शानदार जीत दर्ज की है। इस जीत के साथ ही मुंबई के खिलाड़ियों ने अपना अंतिम रणजी मैच खेले रहे मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को शानदार तोहफा दिया। मुंबई के खिलाड़ी सचिन को कंधे पर बिठाकर पवेलियन तक ले गए। रोहतक के लाहली स्थित चौ. बंसीलाल क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में 240 रनों के लक्ष्य को मुंबई ने छह विकेट खोकर पूरा कर लिया। अपने अंतिम रणजी मैच में सचिन ने शानदार बल्लेबाजी की। दूसरी पारी में सचिन ने 79 रन बनाए। इस पारी में सचिन ने छह चौके लगाए। वहीं, धवल कुलकर्णी 16 रन बनाकर नाबाद रहे। जीत के बाद सचिन ने बताया कि उनका अब तक का रणजी में सफर शानदार रहा। अंतिम मैच में यह जीत हमेशा उनके लिए यादगार रहेगी। उन्होंने हरियाणा क्रिकेट एसोसिएशन और दर्शकों का भी शुक्रिया अदा किया। मुंबई का पहला विकेट मात्र एक रन (वसीम जाफर) के स्कोर पर गिर गया था। शुरुआती झटके के बाद कौस्तुभ पवार ने अंजिक्य रहाणे (40) के साथ 86 रनों की साझेदारी हुई। कौस्तुभ पवार (47) के रूप में तीसरा विकेट गिरा। दूसरी पारी में भी लड़खड़ाया हरियाणा इससे पहले हरियाणा की दूसरी पारी 241 रनों पर सिमट गई। पहली पारी की तरह दूसरी पारी में भी हरियाणा की टीम की शुरुआत बेहद खराब रही। दूसरी पारी में सन्नी सिंह ने सर्वाधिक 64 रन बनाए। और राहुल दीवान के साथ दूसरे विकेट के लिए 85 रनों की साझेदारी की। लेकिन इसके बाद उसके बल्लेबाज आउट होते गए और दूसरे दिन स्टंप्स तक हरियाणा ने नौ विकेट खोकर 224 रन बना लिए थे। जहीर खान और विशाल ढाभोलकर ने शानदार गेंदबाजी करते हुए चार-चार विकेट झटके। जोगिंदर के पंजे से सिमटी मुंबई टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज जोगिंदर शर्मा की घातक गेंदबाजी के सामने मुंबई की पहली पारी 136 रनों पर सिमट गई। जोगिंदर शर्मा ने 11 ओवर में 16 रन देकर पांच विकेट झटके। पहली पारी के आधार पर मुंबई ने दो रन की बढ़त मिली। अजय जडेजा फिर रहे फ्लॉप पहली पारी में 14 रन पर आउट होने वाले अजय जडेजा दूसरी पारी में खाता भी नहीं खोल सके। वे 21 गेंदों का सामना करने के बावजूद एक रन भी नहीं बना सके। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान अजय जडेजा ने पहली पारी में 14 रन बनाए थे। जोगेंदर शर्मा भी केवल दो रन पर आउट हो गए।