रांची-चारा घोटाले में सजा काट रहे राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद से मिलने बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा पहुंचे बिहार के विधान पार्षद गुलाम गौस शुक्रवार को आपे से बाहर हो गए। वे अन्य नेताओं के साथ लालू से मिलना चाह रहे थे। जेल बैरियर पर तैनात सिपाहियों ने उन्हें रोक दिया। इस पर गौस ने धमकाया, पहचानते नहीं हो, तुम्हारे जैसे नौकर रहते हैं मेरे यहां। वर्दी उतरवाने में भी लेट नहीं लगेगी। इस पर सिपाहियों का कुनबा भी तैश में आ गया। कहा, जो करना है कर लीजिएगा, लेकिन बिना अंदर के आदेश के आपको जाने नहीं देंगे। बात बढ़ती देख कुछ लोगों ने बीच-बचाव किया।
गौस ने पत्रकारों से कहा कि उन्होंने सिपाहियों से अपना परिचय बिहार में पूर्व में नेता प्रतिपक्ष और वर्तमान में विधान पार्षद के रूप में दिया था। इसके बाद भी जेल कर्मियों ने उनके साथ अशोभनीय व्यवहार किया। वे बार-बार अनुरोध कर रहे थे कि उनकी पर्ची अंदर भेजी जाए। बावजूद इसके कोई सिपाही पर्ची लेने को तैयार नहीं था। सिपाही केवल यही कहते थे कि अंदर से आपका नाम आएगा, तभी जाने देंगे। बाद में उन्होंने एक अधिकारी को फोन किया तब उन्हें जेल के मुख्यद्वार पर पर्ची लेकर जाने की इजाजत सिपाहियों ने दी। उन्होंने सिपाहियों को कोई धमकी नहीं दी। लालू से जेल में मुलाकात पर कहा कि पार्टी सुप्रीमो ने उन्हें क्षेत्र में जनता के बीच जाने और संगठन को मजबूती प्रदान करने का निर्देश दिया है।
लालू ने दिया सुख-समृद्धि और शांति का संदेश :
लालू से आधा घंटे की मुलाकात के बाद मीडिया से मंत्री अन्नपूर्णा यादव ने कहा कि वे ठीक हैं। उन्होंने आम जनता को दुर्गापूजा में सुख-समृद्धि और शांति का संदेश दिया है।
सिपाही उपेंद्र के इशारे पर प्रवेश :
जेल में 1994 से तैनात सिपाही उपेंद्र सिंह की चलती है। जेल बैरियर पर कोई सिपाही किसी को अंदर जाने से रोके तो उसे उपेंद्र से मुलाकात करने की जरूरत पड़ती है। वह कुछ देर बात करने के बाद संतुष्ट होने पर लोगों को आराम से जेल के अंदर प्रवेश करा देता है। इससे ड्यूटी पर तैनात अन्य सिपाहियों में आक्रोश देखा जा रहा है।
वीआइपी टाइम में आम लोग मिले :
शुक्रवार को वीआइपी कम होने से आमलोगों की मुराद पूरी हो गई। वे लालू प्रसाद और जगदीश शर्मा से मुलाकात करने में सफल रहे।
वीआइपी के लिए टाइम-टेबल नहीं :
जेल में कैदियों से मिलने के लिए परिजनों को अधिकतम समय पांच मिनट दिया जाता है। लेकिन वीआइपी के लिए जेल प्रशासन आंख मूंद ले रहा है। शुक्रवार को भी राजद विधायक संजय यादव दो घंटे तक राजद सुप्रीमो के पास रहे। दिल्ली से आए बिस्कोमान के चेयरमैन सुनील सिंह दोबारा मिले। वे भी करीब दो घंटे लालू के साथ रहे।
कौन-कौन मिले लालू से :
बिहार के पूर्व एमएलसी संजय यादव, मोतिहारी राजद के उपाध्यक्ष रियाजुल हक, गया के चांद अंसारी, पूर्व विधायक नेहालबुद्दीन अंसारी, पूर्व मंत्री गजेंद्र सिंह, रक्सौल के कपिलदेव यादव और झारखंड राजद के प्रदेश महासचिव दिवाकर यादव और अनिल सिंह आजाद।
जगदीश शर्मा से कौन मिले :
जहानबाद के मनोज शर्मा, अरवल के संजय शर्मा और टाटीसिल्वे रांची के केडी सिंह।