वितरकों से कम वजन वाले रसोई गैस सिलेंडर लेने की उपभोक्ताओं की मजबूरी अब जल्द ही खत्म हो जाएगी। सरकार एलपीजी उपभोक्ताओं को अपने इलाके में वितरक या कंपनी बदलने के लिए 5 अक्तूबर से एलपीजी पोर्टेबिलिटी की सुविधा देने जा रही है।
यानी उपभोक्ता अगर अपने वितरक की सुविधा से असंतुष्ट हैं तो वह अपने इलाके के किसी भी कंपनी के डिस्ट्रीब्यूटर के यहां आसानी से पंजीकरण करा सकते हैं। पेट्रोलियम मंत्री वीरप्पा मोइली शनिवार को दिल्ली, लखनऊ, कानपुर समेत 30 चुनिंदा शहरों में शुरू होने वाली इस नई सुविधा का ऐलान करेंगे।
तेल कंपनियों की वेबसाइट पर उपभोक्ता पंजीकरण कराने के बाद रसोई गैस वितरकों की सेवा रेटिंग देख सकते हैं, जिसके आधार पर वह फैसला ले सकते हैं। जनवरी में पेट्रोलियम मंत्री ने योजना की शुरुआत 25 शहरों में करने का ऐलान किया था। लेकिन चुनावी तैयारी को ध्यान में रखते हुए अब 30 शहरों में इसे शुरू किया जा रहा है। चंडीगढ़ में इस योजना को पायलट स्तर पर शुरू किया जा चुका है।
यहां शुरू होगी एलपीजी पोर्टेबिलिटी योजना
दिल्ली, फरीदाबाद, कानपुर, लखनऊ, देहरादून, सूरत, चंडीगढ़, लुधियाना, अहमदाबाद, रायपुर, पटना, कोलकाता, हुबली, त्रिवेंद्रम, कोच्चि, कोयंबटूर, चेन्नई, जोधपुर, जयपुर, भुवनेश्वर, नागपुर, पुणे, मुंबई, इंदौर, भोपाल, रांची, बंगलूरू, जमशेदपुर, विशाखापट्टनम, हैदराबाद।
अब पेट्रोल पंप पर मिलेगा गैस सिलेंडर
पेट्रोल पंप से पांच किलोग्राम भार वाले छोटे सिलेंडरों की बिक्री भी शनिवार से दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई और बंगलूरू में शुरू हो जाएगी। यहां सरकारी तेल कंपनियों के पेट्रोल पंपों से कोई भी ग्राहक अपने पहचान पत्र को दिखाकर छोटा रसोई गैस सिलेंडर खरीद सकता है। इस सुविधा को मजदूूरों, छात्रों, आईटी और बीपीओ कर्मचारियों को ध्यान में रखकर शुरू किया जा रहा है।