नोएडा मे लिफ्ट में दो घंटे फँसा रहा पूरा परिवार
(अमित सिन्हा)नोएडा के एक परिवार की पार्टी की खुशियों उस वक्त काफूर हो गई जब सेक्टर 26 स्थित एक होटल के लिफ्ट से उतरते वक्त लिफ्ट खराब हो गई और पूरा परिवार उसमें फँस गया। डीआरडीओ के पूर्व साईंटिस्ट अमरजीत समेत उनके परिवार की तीन महिलाओं, दो छोट बच्चे और तीन युवकों समेत कुल 8 लोग के साथ हुई इस घटना ने पूरे नोएडा में बिल्ड़िंग सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिये है।
मामला कुछ यूँ है कि रविवार को नोएडा के सेक्टर 26 स्थित एक होटल में ‘रिंग इंगेजमेंट’ की पार्टी चल रही थी। डीआरडीओ के पूर्व साईंटिस्ट अमरजीत सिंह अपने पूरे परिवार के साथ पार्टी में शिरकत करने के बाद लौट रहे थे। लिफ्ट से नीचे उतरने के दौरान ही लिफ्ट खराब हो गई। गेट लाक हो गया, साथ ही घर्षण और आवाज करने लगा। लगभग एक घंटे के बाद एक और तेज आवाज के साथ लिफ्ट स्लीड कर गयी परंतु सौभाग्य से ग्राउंड फ्लोर से 3-4 फीट उपर आकर रूक गई।
डीआरडीओ के रिटार्यड साईंटिस्ट अमरजीत सिंह(65), हरभजन कौर(पत्नी, 61), हरकमल और रविंदर(दोनों पुत्र), कुलवीन व कुलदीप(बहू) के साथ ही दो छोटे बच्चे खुशी(5) और सिमर(16 महीने), सभी लोग लिफ्ट के अंदर से चिल्लाने लगे। होटल के स्टाफ मदद के लिए आये और उन्होने लिफ्ट खोलने की कोशिस की परंतु मामला हाथ से फिसलता देख पीछे हो गये। समय बीतता गया परंतु लिफ्ट अंटेडेंट या एक्सपर्ट नहीं रहने से हादसे की आशंका बढने लगी। धीर-धीरे स्थानीय लोग इकट्ठा होने लगे।
इस बीच लिफ्ट में फँसे परिवार और बाहर जमा हुए स्थानीय लोगों ने दर्जनों बार सेक्टर 20 स्थित स्थानीय थाने में फोन किया। परंतु 5 मिनट की दूरी तय करने में पुलिस को 30 मिनट लग गये। खैर, जैसे तैसे पुलिस पहुँची परंतु तकनीकी मामले के जानकार को बुलाने में उसे समय लग गया। इससे पहले ही स्थानीय लोगों ने लोहे के राड वगैरह से जुगाड़ लगाकर लिफ्ट को खोल दिया।
सबसे बड़ी विड़ंबना यह रही की जब स्थानीय पुलिस को इसकी सूचना मिली तो पहले तो उन्होने मामले को गंभीर मानने से ही इंकार कर दिया और एसआई रैंक के एक आफिसर का तुर्रा यह कि जब लिफ्ट में किसी की मौत नहीं हुई है तो मामले को बेवजह तूल दिया जा रहा है।
जब अमरजीत सिंह ने अपने व्यकित्गत संपर्कों में पूरे मामले को फैलाया तब नोएड़ा प्रशासन की फोन की घंटिया खनखनायी। डीएसपी शिवराम यादव ने मामले में दखल दिया और भरोसा दिया की पीड़ितों से बयान लेकर मामला दर्ज किया जा रहा है और हादसे की तहकीकात की जायेगी।
जब स्थानीय प्रेस रिपोर्टरों को मामले की भनक मिली तो पहले तो होटल प्रबंधन और प्रशासन सफाई देने में जुट गया। बाद में होटल मैनेजर अमन कुमार ने बताया कि होटल प्रबंधन और स्टाफ ने कुछ मिनटों के अंदर लिफ्ट से सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। साथ ही मैनेजर ने आरोप लगाया की मामले को बेवजह तूल दी जा रही है। जबकि स्थानीय लोगों का आरोप है कि होटल मैनेजमेंट पुलिस से सांठगांठ कर मामले पर पर्दा डालने की कोशिस कर रहा है। उधर पूर्व-साईटिस्ट के परिवार ने बताया कि उनके मोबाईल रिकार्ड को चेक कर देख लें कि वे किस समय से पुलिस को काल कर रहे है। परिवार ने बताया कि उनके छोटे-छोट बच्चे दो घंटे तक फँसे रहे और इसे चंद मिनटों का केस बनाकर मामले को कमजोर किया जा रहा है।