नागपुर में खेले गए वनडे सीरीज के छठे मैच में टीम इंडिया ने बेजोड़ जवाब देते हुए ऑस्ट्रेलिया को तीन गेंद शेष रहते छह विकेट से जीत हासिल कर लिया।
भारत ने 49.3 ओवर में ही चार विकेट खोकर 351 रनों का लक्ष्य हासिल कर लिया। विराट कोहली ने नाबाद 115 रन (66 गेंद, 18 चौका और 1 छक्का) बनाए। जबकि कप्तान महेंद्र सिंह धोनी 25 रन बनाकर अविजित लौटे।
कोहली के अलावा शिखर धवन (100) ने भी शतक लगाया। धवन के करियर का चौथा शतक था। जबकि ओपनर रोहित शर्मा ने 89 गेंदों पर 79 रन (7 चौका और 3 छक्का) का उपयोगी योगदान दिया।
इससे पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने 50 ओवर में छह विकेट पर 350 रन बनाए थे। कप्तान जॉर्ज बैली (156) ने सर्वाधिक रनों की पारी खेली। शेन वॉटसन (103) और बैली के बीच तीसरे विकेट के लिए 168 रनों की साझेदारी हुई।
बैली के करियर का यह दूसरा शतक रहा। इस मैच में उन्होंने 84 गेंदों में शतक ठोका। बैली अंतिम ओवर में रवींद्र जडेजा की गेंद पर कैच आउट हुए। बैली ने अपनी पारी में 156 रन (13 चौका, 6 छक्का) बनाए।
कोहली की आतिशी पारी
भारत की बेहतरीन शुरुआत का फायदा उठाते हुए विराट कोहली ने रोहित शर्मा के जाने के बाद क्रीज पर आते ही आतिशी बल्लेबाजी शुरू कर दी।
जयपुर वनडे में खेली गई अपनी पारी को यहां पर जारी रखा और 31 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया। कोहली के करियर का यह 27वां अर्धशतक है। बाद में उन्होंने अपनी इस पारी को शतक में बदल दिया। यह उनके करियर का 17वां शतक है।
सुरेश रैना (16) और युवराज सिंह (0) चार गेंदों के अंतराल पर आउट हुए।
दूसरी बार साढ़े तीन सौ का लक्ष्य छुआ
सात मैचों की वनडे में ऑस्ट्रेलिया वर्ल्ड नंबर वन टीम इंडिया से 2-1 से आगे थी। लेकिन छठे मैच में छह विकेट से जीत हासिल कर भारत ने सीरीज 2-2 से बराबर कर ली है।
चौथा (रांची) और पांचवां वनडे (कटक) मैच बारिश के कारण रद्द कर दिया गया था। जबकि सीरीज का पहला और तीसरा मैच ऑस्ट्रेलिया ने जीता था। भारत को पहली जीत जयपुर में मिली थी। इस सीरीज में ऐसा दूसरी बार हुआ है जब भारत ने ऑस्ट्रेलिया से साढ़े तीन सौ से ज्यादा के लक्ष्य को हासिल किया है।
भारत को मिली बेजोड़ शुरुआत
जारी सीरीज में भारत को दूसरी बार साढ़े तीन सौ से ज्यादा का लक्ष्य मिला। दोनों ही बार शिखर धवन और रोहित शर्मा ने टीम इंडिया को ठोस शुरुआत दिलाई।
दोनों ने सधे अंदाज में खेलते हुए पारी को आगे बढ़ाया और बिना किसी नुकसान के टीम को डेढ़ सौ के पार पहुंचा दिया। रोहित ने आज बेहतरीन बल्लेबाजी की और सात चौके तथा तीन छक्के की मदद से 79 रन बनाए। रोहित 30वें ओवर में कैच आउट हुए। रोहित जब आउट हुए उस समय टीम को स्कोर 178 रन था।�
इसके बाद शिखर धवन (100) ने विराट कोहली के साथ पारी को आगे बढ़ाते हुए अपना शतक पूरा कर लिया। यह उनके करियर का चौथा शतक है। लेकिन शतक पूरा करने के बाद उसी ओवर में बोल्ड हो गए। उन्होंने 102 गेंदों की पारी में 11 चौके लगाए।
वॉटसन और बैली के शतक
शुरुआत में संकट में दिख रही ऑस्ट्रेलिया को शेन वॉटसन (103) और जॉर्ज बैली (119) ने संभाला। क्रीज पर जमने के बाद दोनों बल्लेबाजों ने एक बार फिर भारतीय गेंदबाजों की जमकर धुनाई की।
वॉटसन ज्यादा आक्रामक दिखे और उन्होंने 93 गेंदों में अपना शतक पूरा किया। 35वें ओवर में मोहम्मद शमी पर लगातार तीन गेंदों पर चौका लगाकर वॉटसन ने अपना शतक पूरा किया लेकिन अगली ही गेंद पर वह बोल्ड हो गए।
दूसरी ओर, कप्तान बैली ने भी 84 गेंदों में अपना दूसरा शतक पूरा किया। सीरीज में चार प्रयासों में वह पहली बार शतक लगाने में कामयाब रहे। दोनों ने मिलकर कुल नौ छक्के लगाए।
वॉटसन के बाद अश्विन ने ग्लेन मैक्सवेल (9) को कैच आउट कराया।
भुवी ने दिलाई पहली सफलता
इससे पहले, टीम में वापसी करने भुवनेश्वर कुमार ने सातवें ओवर में फीलिप ह्यूज (13) को कैच आउट कराकर भारत को पहली सफलता दिला दी। इसके बाद भारत को दूसरी सफलता आर अश्विन ने दिलाई। उन्होंने ऐरोन फिंच (20) को बोल्ड कर चलता किया।
ऑस्ट्रेलिया ने 45 रन पर ही अपने दोनों सलामी बल्लेबाज को खो दिया था। दोहरे झटके के बाद ऑस्ट्रेलिया को शेन वॉटसन और कप्तान जॉर्ज बैली ने शानदार शतक लगाते हुए टीम का स्कोर दौ सौ के पार पहुंचा दिया।�
टीम इंडिया में 3 स्पिनर
कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने इस मैच के लिए टीम में दो बदलाव किए थे। तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार की टीम में वापसी हुई है जबकि ऑफ स्पिनर अमित मिश्रा पहली बार सीरीज में टीम एकादश में शामिल किए गए हैं।
विनय कुमार और जयदेव उनदकट को टीम इंडिया से बाहर कर दिया गया है। धोनी ने टीम में तीन फिरकी गेंदबाजों को शामिल किया।