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त्योहारों में गायब रहेगी सोने के सिक्कों की खनक

gold-52176b2d990db_exlदीपावली के मौके पर सोने के सिक्के की खरीदारी भले ही समृद्धि का प्रतीक हो, पर इस बार आपके लिए सिक्के खरीदना आसान नहीं होगा है।

खास तौर से ऐसे ग्राहकों के लिए जो कि शुद्धता और गारंटी की वजह से बैंकों की ओर रुख करते हैं। देश के प्रमुख बैंक इस बार त्योहारों के दौरान सोने के सिक्कों की बिक्री के लिए कोई तैयारी नहीं कर रहे हैं।

सोने के सिक्कों को लेकर भारतीय रिजर्व बैंक के सख्त रवैये के चलते बैंकों ने त्योहारी सीजन में बिक्री के लिए इस बार सिक्कों की खरीदारी ही नहीं की है।

पंजाब नेशनल बैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार इस बार बैंक ने त्योहारों के लिए सोने के सिक्कों का ऑर्डर नहीं दिया है। हम केवल पुराने स्टॉक में बचे सिक्कों को ही बेच रहे हैं। साथ ही अभी तक हमने त्योहारों के लिए किसी तरह की योजना नहीं बनाई है।

पंजाब एंड सिंध बैंक के चीफ जनरल मैनेजर जीएस बिंद्रा के अनुसार पिछले साल बैंक ने 120 किलो सोने के सिक्के मंगाए थे। इसमें से थोड़ा स्टॉक ही बचा है, जिसे इस बार बेचा जाएगा। बैंक इस बार नए सिक्के नहीं मंगा रहा है।

भारतीय स्टेट बैंक के अधिकारी के अनुसार सोने के सिक्कों पर आरबीआई की सख्ती के बाद बैंक सिक्कों की बिक्री नहीं कर रहे हैं। त्योहारों को लेकर अभी तक बैंक में किसी तरह की योजना नहीं बनी है।

इंडियन बैंक के अधिकारी ने बताया कि हर साल अभी तक नए सिक्कों शाखाओं में मांग के अनुसार पहुंचने लगते थे। पर इस बार केवल हम पुराने स्टॉक को ही क्लीयर कर रहे हैं। नए सिक्के बेचने की अभी तक कोई योजना नहीं है।

बैंक ऑफ बड़ौदा के अधिकारियों का कहना है कि त्योहारों के लिए अभी तक नए स्टॉक नहीं आए हैं। ऐसे में हर बार की तरह इस बार सिक्कों की बिक्री नहीं रहेगी।

वहीं, इस मामले पर भारत सरकार की कंपनी एमएमटीसी लिमिटेड, जो कि सोने के सिक्कों की बिक्री करने वाली प्रमुख कंपनी है, के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस बार हर साल की तरह मांग नहीं है। इस बार सोने के सिक्कों की बिक्री में कमी ही रहेगी।

सोने के सिक्कों का बैंक करते आयात

बैंक सोने के सिक्कों को बेचने के लिए स्विट्जरलैंड से आयात करते हैं, जो कि प्रमाणित होते हैं। इन सिक्कों की� 99.99 फीसदी शुद्धता का दावा किया जाता है। इन सिक्कों की कीमत बाजार में ज्वेलर्स से मिलने वाले सिक्कों की कीमत के तुलना में थोड़ी ज्यादा होती है।

भारतीय रिजर्व बैंक की सख्ती

रिजर्व बैंक बढ़ते चालू खाता घाटा की एक प्रमुख वजह सोने के आयात को मानता है। इसकी वजह से रिजर्व बैंक ने मई में बैंकों को निर्देश दिए थे कि वह 50 ग्राम तक के सिक्कों पर कर्ज न दें।

साथ ही वित्त मंत्री पी.चिदंबरम भी यह कह चुके हैं, कि बैंक रिटेल ग्राहकों को सोने के सिक्के आदि की खरीदारी के लिए प्रोत्साहित न करें, जिस वजह से बैंकों ने इस बार सिक्कों की खरीदारी नहीं की है।

NCR Khabar News Desk

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