भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की 19 अक्तूबर को कानपुर में प्रस्तावित रैली खटाई में पड़ सकती है। रैली के लिए प्रस्तावित स्थान को लेकर आपत्ति जताते हुए हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की गई है।
इस पर शुक्रवार को सुनवाई हो सकती है। याचिका कल्याणपुर की सुनील कुमारी की ओर से दाखिल की गई है।
याची के अधिवक्ता एसएफए नकवी के मुताबिक कानपुर जिला प्रशासन ने कानपुर के कल्याणपुर में जिस स्थान पर रैली की अनुमति दी है, वह भूमि हरिजनों की है।
राज्य सरकार ने वर्ष 1962 में यह भूमि 127 हरिजनों को आवंटित की थी। यह लोग इस पर खेती करते हैं। कानपुर जिला प्रशासन ने बिना किसानों को सूचना दिए भूमि रैली के लिए आवंटित कर दी।
किसानों ने जिलाधिकारी और मंडलायुक्त को प्रत्यावेदन देकर अपना विरोध दर्ज कराया पर प्रशासन ने उनकी एक नहीं सुनी। इसलिए हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की जा रही है।
याचिका में कहा गया है कि रैली की अनुमति देने से किसानों की खड़ी फसलें नष्ट हो जाएंगी और उनको काफी नुकसान होगा। दशहरा अवकाश के कारण हाईकोर्ट में छुट्टियां चल रही हैं।
याची के अधिवक्ता का कहना है कि आपातकालीन परिस्थिति में सुनवाई के लिए उन्होंने राज्य सरकार को नोटिस दे दिया है। हाईकोर्ट की रजिस्ट्री में याचिका दाखिल है।
अवकाश के कारण बेंच उपलब्ध न होने से बृहस्पतिवार को इस मामले पर सुनवाई नहीं हो सकी। उम्मीद है कि इस पर शुक्रवार को सुनवाई होगी।