कानपुर – विजय शंखनाद रैली के जरिये सूबे में भाजपा के चुनावी अभियान का आगाज करते हुए पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार व गुजरात के मुख्यमंत्रीनरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि इस देश को तबाह करने वाले कांग्रेस व उसकी सहयोगी दलों के खिलाफ जनता एकजुट हो गई हैं। उन्होंने विश्वास दिलाते हुए कहा कि आम जनता की यह तपस्या बेकार नहीं जाने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि 2014 में परिवर्तन निश्चित हैं। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि आजादी के बाद से ही वह लगातार देश को तोड़ने का काम करती आयी है। जबकि भाजपा विकास की राजनीति करते हुए देश को जोड़ने की नीति पर काम करती हैं।
कानपुर के इंदिरा नगर में आयोजित रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी व राहुल गांधी पर तीखा हमला करते हुए कहा, कांग्रेस का अहंकार सातवें आसमान पर हैं। उन्होंने कहा कि अहंकारी होने के कारण उन्हें जनता की परवाह नहीं है और देश की जनता महंगाई से त्रस्त हैं। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि क्या सोनिया ने कभी महंगाई पर दुख व्यक्त किया है? कांग्रेस को उसकी बेवफाई की सजा जरूर मिलनी चाहिए और कांग्रेस मुक्त भारत होना चाहिए। मोदी ने कांग्रेस व उसकी सहयोगी दलों पर हमला करते हुए कहा कि पिछले साठ वर्षो के अपने शासन के दौरान कांग्रेस ने सिर्फ झूठे वादे किए और देश को गुमराह किया है। मोदी ने कहा कि कांग्रेस धोखा देने में माहिर है।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि सोने का चम्मच लेकर पैदा होने वाले शाहजादे गरीबी को कैसे समझ सकते है। उन्होंने कहा कि सरकार अमीरों के लिए नहीं बल्कि गरीबों के लिए होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मैंने गरीबी को जिया हैं। मोदी ने कहा कि बीते साठ वर्षो में वोट बैंक की राजनीति के कारण हमारा देश पिछड़ गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी जब भी संकट में आती है, वह वोट बैंक की राजनीति शुरू कर देती हैं। उन्होंने आह्वान करते हुए कहा कि इसे रोकने के लिए हिंदू एक अच्छा हिंदू बनें, मुस्लिम एक अच्छा मुस्लिम बनें, ईसाई एक अच्छा ईसाई बनें। उन्होंने कहा कि सरकार का एक ही मजहब होता है इंडिया फस्ट और सरकार का एक ही धर्म होता है देश का संविधान।
उत्तर प्रदेश की सपा सरकार पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि वोट बैंक की राजनीति की खातिर राज्य में बीते एक वर्ष में पांच हजार निर्दोष लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी हैं। उन्होंने राज्य की सपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वोट बैंक की राजनीति की खातिर आतंकवादियों को जेल से रिहा किया जा रहा हैं।
उससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी जनता का आशा और भरोसा बनकर आए हैं। साथ ही उन्होंने राज्य की जनता से आह्वान करते हुए कहा कि मोदी को यूपी की जनता आर्शीवाद दें।
कल्याण सिंह बोले : इससे पहले उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी का बचाव करते हुए कहा कि कांग्रेस के जमाने में कई दंगे हुए। उन्होंने कहा कि गुजरात एक ऐसा राज्य है जहां नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राज्य का लगातार विकास हुआ है और वहां 2002 के बाद कोई दंगा नहीं हुआ। भाजपा की विजय शंखनाद रैली को संबोधित करते हुए कल्याण सिंह ने बीते दिनों हुए मुजफ्फरनगर दंगों के लिए उत्तर प्रदेश की सपा सरकार को दोषी ठहराते हुए उसपर जमकर हमला बोला।
इससे पहले गांधीनगर में नरेंद्र मोदी ने पेट्रोलियम यूनिवर्सिटी में भाषण देते हुए युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि युवा शक्ति देश के घाटे को भर सकती है। इस मौके पर उनके साथ मुकेश अंबानी भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने युवाओं के लिए कुछ नहीं किया।
मालूम हो कि चुनावी अभियान के शंखनाद के लिए कानपुर का चयन रणनीतिक कारणों से किया गया है। अगड़ों का ठप्पा लगी भाजपा के नये खेवनहार मोदी को यह बखूबी अहसास है कि पिछड़ों को लामबंद किये बिना उप्र में पार्टी के सियासी वनवास का अंत नहीं। यही वजह है कि मोदी के रणनीतिकारों ने उनके मुहिम के आगाज के लिए मध्य उप्र की पिछड़ा बाहुल्य उस बेल्ट को चुना है जो सपा का गढ़ होने के साथ कांग्रेस के दो केंद्रीय मंत्रियों-श्री प्रकाश जायसवाल और सलमान खुर्शीद का संसदीय क्षेत्र भी है। पिछड़ों और अति पिछड़ों को अपने पाले में खींचने की इस रस्साकशी में मोदी का साथ देने के लिए मंच पर पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह और उमा भारती जैसे कद्दावर नेता भी होंगे।
हिंदुत्व के उग्र चेहरे के रूप में पहचान रखने वाले मोदी के लिए जमायत उलेमा-ए-हिंद के जनरल सेक्रेट्री मौलाना महमूद मदनी का वह बयान भी मददगार साबित हुआ है, जिसमें उन्होंने कहा कि मुस्लिमों को अपने पक्ष में करने के लिए कांग्रेस मोदी का हौव्वा खड़ा कर रही है। मौलाना मदनी के इस बयान से ताकत पर मोदी मुसलमानों को यह पैगाम देना चाहेंगे कि उनकी स्वीकार्यता की बुनियाद विकास का उनका मॉडल है, न कि उनकी उग्र हिंदुत्ववादी छवि।