कांग्रेस मुक्त अभियान

30_10_2013-29DEL202 नई दिल्ली : लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने कहा है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार डॉ. हर्षवर्धन ने पोलियो के खिलाफ अभियान चलाया है और पोलियो से दिल्ली ही नहीं, भारत को मुक्त कर दिया। अब डॉ. हर्षवर्धन कांग्रेस मुक्त करेंगे, जिसकी शुरुआत दिल्ली से होगी और फिर देश को कांग्रेस मुक्त किया जाएगा। सोमवार को सुषमा स्वराज भाजपा मुख्यालय पर डॉ. हर्षवर्धन द्वारा लिखी गई पुस्तक ‘ए-टेल आफ टू ड्रॉप’ के नए संस्करण का विमोचन करने के बाद समारोह को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि डॉ. हर्षवर्धन वह व्यक्ति हैं, जिन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पोलियो उन्मूलन चैंपियन का खिताब दिया गया। यह खिताब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन, संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव कोफी अन्नान को भी मिल चुका है।

मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा के दौरान पार्टी में उभरी गुटबाजी को ध्यान में रखते हुए सुषमा ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष विजय गोयल में अक्षय ऊर्जा है। वहीं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रो. विजय कुमार मल्होत्रा के पास 50 साल का अनुभव है। गोयल की ऊर्जा, प्रो. मल्होत्रा का अनुभव और डॉ. हर्षवर्धन के नेतृत्व की बदौलत दिल्ली में भाजपा चुनाव जीतेगी।

भ्रष्टाचार से मुक्ति दिलाऊंगा: हर्षवर्धन

डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि जब उन्होंने दिल्ली का स्वास्थ्य मंत्री रहते हुए यह सोचा था कि पूरी दिल्ली को पोलियो मुक्त किया जाएगा। एक ही दिन हर बच्चे को पोलियो की दो बूंद पिलाई जाएगी तो कहा गया था कि यह संभव नहीं है। उस समय मैंने सोचा था कि जब पूरे देश में हर कोने में मतदान कराया जा सकता है तो बच्चों को दवा क्यों नहीं पिलाई जा सकती। आज मुझे गर्व है कि मेरी यह योजना सफल रही। अब मेरी योजना है कि पूरी दिल्ली को भ्रष्टाचार मुक्त किया जाएगा। इसके लिए सूचना प्रौद्योगिकी की मदद ली जाएगी। उन्होंने खुशी जताई कि जनवरी 2014 में भारत को पोलियो मुक्त देशों की सूची में शामिल कर लिया जाएगा। बता दें कि जनवरी 2011 में पोलियो का आखिरी मामला देश में हावड़ा में मिला था। किसी देश में तीन साल तक पोलियो का मामला नहीं मिलने पर उस देश को पोलियो मुक्त देश घोषित कर दिया जाता है।

अटल ने कहा था- ‘स्वास्थ्य वर्धन’

सुषमा स्वराज ने बताया कि वर्ष 2004 में जब इस किताब (‘ए-टेल आफ टू ड्रॉप’) का विमोचन तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने किया था। उस समय वाजपेयी ने डॉ. हर्षवर्धन को ‘स्वास्थ्य वर्धन’ कहा था। उस समय तत्कालीन उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने भी डॉ. हर्षवर्धन की जमकर तारीफ की।