सचिन तेंदुलकर ने अभी संन्यास की घोषणा ही की है कि उनके लिए नौकरी का नया ऑफर भी आ गया है। खेल मंत्रालय ने उनके लिए पहले से ही योजना बना ली है।
खेल मंत्रालय उन्हें एक ऐसी परिषद में सदस्य बनने का प्रस्ताव दे सकता है जो सरकारी नीतियों पर चर्चा करेगा और उन्हें मंजूरी देगा।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सलाहकार सैम पित्रोदा ने खेल क्षेत्र में एक इनोवेशन काउंसिल बनाने का विचार रखा था, जिसका प्रधानमंत्री कार्यालय ने समर्थन किया है। इस काउंसिल में विभिन्न क्षेत्रों के जानेमाने लोग शामिल किए जाएंगे।
खेल जगत, खेल संघों और गवर्नमेंट स्पोर्ट्स प्रमोशन बोर्ड्स, औद्योगिक जगत के दिग्गज, न्यायविद और पत्रकारों को इसमें शामिल किया जाएगा। खेल मंत्रालय को यह योजना दो महीने पहले भेज दी गई थी।
खेल मंत्रालय सचिन और बैडमिंटन खिलाड़ी प्रकाश पादुकोण को इस काउंसिल में शामिल कर सकती है। खेल मंत्री जितेंद्र सिंह काउंसिल के अध्यक्ष होंगे।
सचिन के सुझावों के बाद किया फैसला
खेल मंत्रालय के अनुसार वह बेहतर नीतियों के लिए नीति निर्माण के स्तर पर इनोवेटिव तकनीक का इस्तेमाल करना चाहता है। यह काउंसिल इसी का ही काम करेगी। काउंसिल नीतियों का विस्तृत अध्ययन करेगा, उसमें बदलाव और स्वीकृति भी करेगा।
सचिन तेंदुलकर ने खेल को बढ़ावा देने के लिए स्कूल के स्तर पर इस संबंध में काम करने का सुझाव दिया था और मानव संसाधन विकास मंत्रालय को पत्र भी लिखा था। खेल मंत्रालय के एक अधिकारी के मुताबिक तब से मंत्रालय उन्हें काउंसिल का सदस्य बनाना चाहता है क्योंकि दोनों का मकसद एक ही है।