दागी विधायकों और सांसदों से जुड़े अध्यादेश पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के विरोध को नाटक करार देते हुए समाजवादी पार्टी नेता नरेश अग्रवाल ने बुधवार को कहा कि इसे वापस लेना लोकतंत्र के लिए खतरा होगा।
पार्टी के वरिष्ठ नेता नरेश अग्रवाल ने समाचार चैनल से बातचीत में अध्यादेश पर राहुल की टिप्पणी को ‘ड्रामा’ बताया।
उन्होंने कहा, “अगर प्रधानमंत्री, राहुल गांधी के रुख के चलते अपने कदम पीछे खींचते हैं, तो यह लोकतंत्र के लिए खतरनाक होगा। यह अध्यादेश लागू होना चाहिए। निचली अदालत के फैसले के आधार पर किसी को अयोग्य कैसे ठहराया जा सकता है?”
सपा नेता ने यह सवाल भी उठाया कि सरकार के सहयोगी दलों को इस फैसले के वक्त नरजअंदाज क्यों किया जा रहा है? उन्होंने कहा, “क्योंकि राहुल गांधी ने फैसला कर लिया है, सिर्फ इस वजह से रुख नहीं बदला जाना चाहिए।”
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल ने बुधवार सवेरे प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात कर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि वह सिर्फ जनभावना को सामने रख रहे हैं।
इससे पहले राहुल ने एक संवाददाता सम्मेलन में इसे बकवास करार देते हुए फाड़कर फेंक देने की बात कही थी। इससे एक बड़ा सियासी भूचाल आया और मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने कहा कि प्रधानमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए।