लखनऊ – प्रतापगढ़ के बलीपुर गांव् में मारे गए सीओ जियाउल हक की पत्नी परवीन आजाद ने राजा भैया को दोबारा मंत्री बनाए जाने पर सरकार के खिलाफ नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि सरकार ने अदालत के फैसले का इंतजार तक नहीं किया।
दैनिक जागरण से बातचीत में परवीन ने कहा कि मंत्री बनाना तो मुख्यमंत्री का अधिकार है, लेकिन जिसके खिलाफ गंभीर आरोप हैं, उसके लिए अदालत के फैसले का इंतजार करना चाहिए। हमने शुरू में ही फास्ट ट्रैक कोर्ट की मांग की थी, लेकिन उसका गठन नहीं किया गया। सीबीआइ से राजा भैया को क्लीन चिट के सवाल पर कहा, सीबीआइ कोई अदालत नहीं है। हमने आपत्ति दर्ज कराई है और अदालत ने उसका संज्ञान लिया है। ऐसे में मुख्यमंत्री कोई निर्णय लेने से पहले कोर्ट का फैसला तो आने देते। परवीन ने पति की हत्या की जांच पर भी यह कहते हुए सवाल उठाए हत्या में कई साक्ष्य मिटाए गए हैं और मामले को दूसरा मोड़ दिया गया है। प्रतापगढ़ में पुलिस मिली हुई थी और जिस तरह की रिपोर्ट दी गई, उससे उनकी मंशा जाहिर होती है। सरकारी सेवा में रहते हुए बगावत के स्वर के सवाल पर परवीन ने कहा कि नौकरी मेरे लिए बाध्य नहीं है। न ही जो कुछ हो रहा है, वह कोई खेल तमाशा है। मेरे पति ने अपने कर्तव्य निर्वाह में प्राणों की आहुति दी है तो हम इंसाफ के लिए आखिरी दम तक लड़ेंगे। इसके लिए हम सड़क पर उतरकर हंगामा नहीं करेंगे, पर इंसाफ की लड़ाई में हर सही रास्ते पर जरूर जाएंगे।