मोदी के नाम पर आडवाणी माने!5 बजेः एयरपोर्ट से निकलने के बाद नरेंद्र मोदी सीधे लालकृष्ण आडवाणी के घर जा रहे हैं।
4.55 बजेः गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली पहुंच गए हैं।
4.50 बजेः संसदीय बोर्ड की बैठक साढ़े पांच से शुरू होगी। ऐसा कहा जा रहा है कि नरेंद्र मोदी दिल्ली पहुंचने के बाद आडवाणी से मिलने जा सकते हैं।
4.40 बजेः थोड़ी देर में नरेंद्र मोदी दिल्ली पहुंचने वाले हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा उन्हें आज पीएम पद के दावेदार बनाती है या नहीं।
4 बजेः भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक साढ़े पांच बजे शुरू होनी है। खबरों के मुताबिक बैठक के बाद मोदी के नाम का एलान किया जाएगा।
3 बजेः भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने फोन पर एनडीए के सारे सहयोगी दलों को मोदी की ताजपोशी की जानकारी दी है। शिवसेना ने मोदी के नाम पर सहमति जताई है।
1.55 बजेः एक शर्त यह भी है कि मोदी गुजरात की जिम्मेदारियों से मुक्त हों और वहां पर डिप्टी सीएम की नियुक्ति की जाए।
1.50 बजेः राजनाथ के सामने आडवाणी कैंप की शर्तें हैं। इनमें से एक शर्त यह है कि मोदी ज्यादा से ज्यादा वक्त दिल्ली में गुजारें।
1.20 बजेः भाजपा के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी को आडवाणी को मनाने का जिम्मा सौंपा गया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि वह शाम तक कामयाब होते हैं या नहीं।
1.15 बजेः तीन बजे की फ्लाइट से दिल्ली रवाना होंगे नरेंद्र मोदी। वह संसदीय बोर्ड की बैठक में शामिल होने दिल्ली आ रहे हैं।
1 बजेः नरेंद्र मोदी के दिल्ली आने की खबर। पहले ऐसा कहा जा रहा था कि संसदीय बोर्ड की बैठक में मोदी शामिल नहीं होंगे।
12.55 बजेः मोदी के नाम पर आडवाणी को मनाने की कोशिश जारी है। सुषमा स्वराज, अनंत कुमार और नितिन गडकरी अभी उनके घर पहुंचे हैं।
12.40 बजेः आडवाणी से मुलाकात के बाद गडकरी वहां से सुषमा स्वराज के घर पहुंचे। सुषमा को आज अंबाला जाना था, लेकिन उन्होंने अपना कार्यक्रम रद्द कर दिल्ली में रहने का फैसला किया।
12.30 बजेः फोन को लेकर राजनाथ और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बीच विवाद पैदा हो गया है। शिवराज का कहना है कि उन्हें बैठक का न्योता नहीं मिला है। राजनाथ का भी कहना है कि उन्होंने शिवराज को फोन नहीं किया।
12.15 बजेः भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह से मिलने पहुंचे रविशंकर प्रसाद।
11.45 बजेः गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने पीएम पद के दावेदार के बारे में कहा कि पार्टी पूछेगी, तो पसंद जरूर बताऊंगा।
11.50 बजेः आडवाणी शाम पांच बजे से शुरू होने वाली बैठक में पहुंचकर मोदी के नाम का ऐलान करने पर विरोध जताएंगे।
11.30 बजेः मुरली मनोहर जोशी इस बैठक में शामिल नहीं होंगे।
11 बजेः बीजेपी प्रवक्ता विजय सोनकर शास्त्री ने कहा ऐलान महज औपचारिकता । ज्यादातर सदस्य मोदी के पक्ष में।
10.10 बजेः अनंत कुमार, सुषमा स्वराज से मिलने पहुंचे।
9.30 बजेः आडवाणी से मिले गडकरी, मुरली मनोहर जोशी।
सवेरे 9 बजेः मोदी संसदीय बोर्ड की बैठक में नहीं आएंगे।
गुरुवार रातः सुषमा स्वराज ने रद्द किया अंबाला दौरा।
अब तक क्या-क्या हुआ?
वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के विरोध को दरकिनार कर भाजपा आगामी लोकसभा चुनाव के लिए प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर नरेंद्र मोदी के नाम का ऐलान करने को तैयार है।
मोदी पर भाजपा में जारी घमासान के बावजूद पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह शुक्रवार को मोदी के नाम की घोषणा करने का मन बना चुके हैं।
आडवाणी और सुषमा स्वराज के विरोध को देखते हुए दिल्ली में बृहस्पतिवार देर रात संघ की बैठक हुई। इसमें राजनाथ को अपने मिशन पर आगे बढ़ने को कह दिया गया।
संघ से मिली हरी झंडी
संघ से दोबारा हरी झंडी मिलने के बाद राजनाथ अब मोदी के नाम का ऐलान करने को तैयार हैं। शुक्रवार शाम पांच बजे भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई गई है।
बैठक में मोदी के नाम का ऐलान हो सकता है। संघ की हरी झंडी मिलने के बाद राजनाथ चाहते हैं कि संसदीय बोर्ड में मोदी के नाम को लेकर आम सहमति बन जाए।
आडवाणी खेमे के विरोध को देखते हुए इससे पहले माना जा रहा था कि राजनाथ संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाए बिना भी मोदी के नाम का ऐलान कर सकते हैं।
राजनाथ पीछे हटने को तैयार नहीं
राजनाथ अब मोदी के नाम पर पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। भाजपा ने अपने सभी प्रदेश अध्यक्षों को शुक्रवार दोपहर बाद प्रदेश कार्यालयों में मौजूद रहने को कहा है।
संकेत साफ है कि संघ के पुख्ता समर्थन के सहारे मोदी की प्रधानमंत्री की 2014 के आम चुनाव के लिए उम्मीदवारी का ऐलान करने को राजनाथ सिंह की तैयारी पूरी हो गई है।
आडवाणी मोदी के नाम के ऐलान के विरोध में हैं, लेकिन लगता है कि पार्टी ने सुषमा स्वराज को मना लिया है। शाम को सुषमा ने मुलाकात के दौरान राजनाथ से साफ कर दिया था कि इस फैसले के लिए संसंदीय बोर्ड की बैठक बुलानी चाहिए।
सूत्रों के अनुसार सुषमा ने पहले मोदी के नाम का ऐलान होने पर लोकसभा में विपक्ष के नेता पद से इस्तीफा देने की धमकी दी थी।
डॉ. मुरली मनोहर जोशी को मनाने के लिए राजनाथ पहले ही उनसे मुलाकात कर चुके हैं। माना जा रहा है कि डॉ. जोशी व सुषमा तो संसदीय बोर्ड के फैसले के खिलाफ नहीं जाएंगे, लेकिन आशंका आडवाणी को लेकर है।
पार्टी मान रही है कि वे कोई भी कड़ा कदम उठा सकते हैं। वे संसदीय बोर्ड की बैठक का बहिष्कार भी कर सकते है। ऐसे में मोदी के नाम को लेकर कार्यकर्ताओं का उत्साह कम होने के साथ ही पार्टी की फजीहत भी होगी।
आडवाणी को मनाने में जुटी भाजपा
पार्टी में आडवाणी को मनाने की कोशिश की जा रही है ताकि वह संसदीय बोर्ड की बैठक में शामिल हों। पहले माना जा रहा था कि राजनाथ संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाए बिना भी मोदी के नाम का ऐलान कर सकते हैं।
भाजपा का संविधान उन्हें यह अधिकार देता है और उनके फैसले पर संसदीय बोर्ड बाद में मुहर लगा सकता है। लेकिन देर रात बोर्ड की बैठक बुलाने के बारे में फैसला लिया गया।