मुजफ्फरनगर दंगों में कथित तौर पर लोगों को भड़काने के आरोपों से घिरे भाजपा विधायक संगीत सोम ने मुजफ्फरनगर में आत्मसमर्पण कर दिया है।
इससे पहले शुक्रवार शाम भाजपा के अन्य विधायक सुरेश राणा को गिरफ्तार कर लिया गया था।
इस बीच भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने अपना मुजफ्फरनगर दौरा रद्द कर दिया है। दरअसल, मुजफ्फरनगर के डीएम ने कहा था कि फिलहाल राजनाथ का वहां आना ठीक नहीं है।
दौरा रद्द होने के बाद भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा कि मुझे मुजफ्फरनगर जाने से रोकना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि� मुजफ्फरनगर के डीएम ने लिखित रूप से उन्हें वहां जाने से मना किया, जिसके बाद उन्होंने अपना दौरा रद्द कर दिया।
राजनाथ ने कहा कि समाजवादी पार्टी का दंगों का इतिहास रहा है। मुजफ्फरनगर के दंगों में यूपी सरकार का ही हाथ है। उन्होंने कहा कि 24 सितंबर को भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रपति से मिलकर उन्हें दंगों के दौरान हुई क्षति की जानकारी देगी।
दंगों को लेकर भाजपा नेता निशाने पर
इससे पहले उमा भारती ने भी मुजफ्फरनगर का दौरा करने की कोशिश की थी, लेकिन उत्तर प्रदेश प्रशासन ने उन्हें मंजूरी नहीं दी। मुजफ्फरनगर दंगों को लेकर सबसे ज्यादा भाजपा के ही विधायक व नेता उत्तर प्रदेश सरकार के निशाने पर हैं। ऐसे में माना जा रहा था कि राजनाथ का यह दौरा प्रदेश में सियासी हलचल तेज कर सकता है।
भाजपा विधायक पर विवादित सीडी बांटने का आरोप
भाजपा विधायक संगीत सोम पर विवादित सीडी बांटने का आरोप है। इससे पहले सोम ने कहा था कि वे न तो भगोड़े हैं और न ही दोषी। सरकार अपनी गलती उनके सिर मढ़ने की कोशिश कर रही है। वे गिरफ्तारी से नहीं डरते और इसके लिए तैयार हैं।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से स्टिंग ऑपरेशन में नाम आया है, उसके बाद पहले आजम खां को इस्तीफा देना चाहिए और पूरे मामले की सीबीआई जांच कराई जानी चाहिए।
राज्य सरकार पर साजिश का आरोप
विधानसभा की कार्यवाही में हिस्सा लेने आए संगीत सोम बुधवार को यहां विधान भवन में पार्टी के एक अन्य विधायक सुरेश राणा के साथ पत्रकारों से रू-ब-रू थे, जिन्हें शुक्रवार शाम गिरफ्तार किया गया। सोम के साथ राणा के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कराई गई है। दोनों विधायकों का कहना है कि वे पूरी तरह निर्दोष हैं। राज्य सरकार उन्हें फंसाने की साजिश कर रही है।
उनके ऊपर दो आरोप लगाए गए हैं। पहला फेसबुक पर भड़काऊ फोटो शेयर करने का और दूसरा महापंचायत में भड़काऊ भाषण देने का। जहां तक फेसबुक पर फोटो शेयर करने की बात है तो यह उन्होंने नहीं किया।
उनकी आईडी से फर्जी तरीके से यह सब किया गया। यह तकनीकी मामला है और इसकी जांच करा ली जाए।
उन्होंने कहा, रही भड़काऊ भाषण की बात तो जिस 7 सितंबर की महापंचायत का हवाला दिया जा रहा है उसकी वीडियो रिकॉर्डिंग निकलवा ली जाए। साफ हो जाएगा कि मैंने ऐसा कुछ भी नहीं कहा या किया है। मैं यदि दोषी हूं तो कोई भी सजा भुगतने को तैयार हूं।
इन्हें किया गया है नामजद
इन मुकदमों में बसपा सांसद कादिर राणा, बसपा विधायक नूर सलीम राणा, मौलवी जमील, सुलतान मुशीर, पूर्व सांसद कांग्रेस सइदुज्जमा, सलमान सईद, सभासद अहद जमा, कैराना के भाजपा विधायक हुकुम सिंह, थाना भवन के भाजपा विधायक सुरेश राणा, सरधना के भाजपा विधायक संगीत सोम और बिजनौर के भाजपा विधायक भारतेंदु सिंह के अलावा भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत, राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत, रालोद के जिला अध्यक्ष अजीत राठी, पूर्व भाजपा विधायक अशोक कंसल, पूर्व सांसद सोहनवीर सिंह, पूर्व विधायक प्रदीप बालियान समेत कई अन्य नामजद हैं।