एम करुणानिधि न्यूजीलैंड में मेयर का चुनाव लड़ रहे हैं और उनका कहना है कि उनकी जीत की संभावनाएं भी काफी ज्यादा हैं।
लेकिन यह करुणानिधि द्रविड़ मुन्नेत्र (डीएमके) कड़गम के प्रमुख नहीं हैं बल्कि न्यूजीलैंड में रहने वाले एक उद्योगपति और वकील हैं। वह न्यूजीलैंड की राजधानी वैलिंगटन से मेयर का चुनाव लड़ रहे हैं।
टीओआई की खबर के मुताबिक करुणानिधि यहां एक पार्टी के अध्यक्ष हैं और उनके साथ पांच और लोग इस चुनाव में खड़े हैं। 12 अक्तूबर को चुनाव होने हैं।
लेकिन यह करुणानिधि भी डीएमके से जुड़े हुए हैं। उनके पिता मदुरै मुत्थु डीएमके के संस्थापाकों में से एक थे और मदुरै के पहले मेयर रहे थे। उनके पिता चाहते थे करुणानिधि अच्छी शिक्षा प्राप्त करें।
तब ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में पढ़ने के बाद वह वैलिंगटन में ही रहने लगे और न्यूजीलैंड के हाईकोर्ट में बैरिस्टर के तौर पर काम करने लगे।
करुणानिधि कहते हैं कि दो लाख मतदाताओं में 55,000 जातीय अल्पसंख्यक मतदाताओं के साथ उनके जीतने की काफी अच्छी संभावना है। साल 2010 में हुए चुनावों में केवल 170 वोट के मार्जिन से जीत हुई थी और 62 हजार वोट पड़े थे। ऐसे में अगर में एक तिहाई प्रवासी मतदाताओं का समर्थन भी हासिल कर लेता हूं तो अच्छे परिणाम आ सकते हैं।
करुणानिधि न्यूजीलैंड नेशनल पार्टी के अध्यक्ष हैं। उन्होंने न्यूजीलैंड प्रवासी, साउथ इंडियन एसोसिएशन की साल 1995 में स्थापना भी की।
वह प्रवासियों और रिफ्यूजी समुदायों से अच्छे रिश्ते बनाने के लिए हमेशा प्रयास करते रहते हैं और अपने प्रचार अभियान में फेसबुक व ट्वीटर पर भी लगातार काम कर रहे हैं। उनका कहना है कि वह नियमित तौर पर भारत भी आते रहते हैं और अगर वह भारत में रहते तो राजनीति में जरूर शामिल होते।