नई दिल्ली। एयर एशिया इंडिया के भारत में ऑपरेशन शुरू करने का रास्ता खुल गया है। नागरिक विमानन मंत्रालय ने उसे अनापत्ति प्रमाणपत्र दे दिया है। उड़ानें शुरू करने के लिए अब इसे महज एयर ऑपरेटिंग परमिट (उड़ान लाइसेंस) मिलने का इंतजार है। एयर एशिया इंडिया मलेशियाई मूल की कंपनी एयर एशिया की संयुक्त उद्यम कंपनी है। इसमें एयर एशिया, टाटा संस और अरुण भाटिया की कंपनी टेलेस्ट्रा ट्रेडप्लेस की हिस्सेदारी है।
इसे भारत में लो कॉस्ट यानी बजट एयरलाइन शुरू करने की अनुमति मिली है। विदेशी निवेश संवर्द्धन बोर्ड (एफआइपीबी) ने दो महीने पहले ही इसे मंजूरी दी थी। एनओसी मिलने पर एयर एशिया इंडिया के सीईओ मिंट्टू चांडिल्य ने कहा, ‘यह अब तक का सबसे जल्द दिया गया एनओसी है। इसके लिए हम विमानन मंत्रालय की प्रशंसा करते हैं। अब हम एयर ऑपरेटिंग परमिट पाने के लिए काम करेंगे। उम्मीद है कि वह भी जल्द मिल जाएगा। फिर हम भारत के तेजी से बढ़ते एविएशन सेक्टर में अपना अहम योगदान देंगे। उम्मीद है कि हमें भारत में भी वही कामयाबी हासिल होगी जो मलेशिया, थाइलैंड और इंडोनेशिया में मिली है।’ एयर एशिया के भारत में संचालन शुरू करने से यहां के लोग भी कम खर्च में बेहतर हवाई यात्रा का लुत्फ उठा पाएंगे।
एयर एशिया इंडिया के पास फिलहाल एयरबस ए-320 श्रेणी के तीन विमान और 200 कर्मचारी हैं। एयर एशिया समूह के पास कुल 140 विमानों का बेड़ा है। एयर एशिया फिलहाल विश्व के 85 नगरों के लिए उड़ानें भरती है। अपनी स्थापना के 12 सालों के भीतर ही यह एयरलाइन 20 करोड़ यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचा चुकी है। फिलीपींस में भी इसने ऑपरेशन शुरू कर दिया है। वर्ल्ड एयरलाइन सर्वे स्काईट्रैक्स की ओर से लो कॉस्ट में इसे 2009 से 2013 तक लगातार सर्वश्रेष्ठ एयरलाइन घोषित किया गया है।