आसाराम पर चारों तरफ से शिकंजा कसता जा रहा है। उनके आश्रम या जमीन कब्जाने को लेकर अब तक जो मामले दबे थे वह एक-एक कर बाहर आ रहे हैं। भाजपा हो या कांग्रेस उन्हें कोई नहीं बख्श रहा है।
इस बार दिल्ली स्थित उनके आश्रम पर दस साल से संपत्ति कर न देने का आरोप लगा है।
उत्तरी दिल्ली नगर निगम (एनडीएमसी) ने बृहस्पतिवार को आसाराम के रिज रोड पर वन्य क्षेत्र में स्थित आश्रम को टैक्स नोटिस भेजा है।
एमसीडी के अनुसार आसाराम ने साल 2004-05 से 2013-14 तक टैक्स नहीं भरा है। अगर ब्याज और जुर्माना हटा दिया जाए तो उनके ऊपर एक साल में 70 हजार का टैक्स बकाया है।
लेकिन यह रकम और भी ज्यादा हो सकती है क्योंकि आश्रम व्यावसायिक कैटगिरी में आता है। यहां कई सामान जैसे फूल, मोमबत्तियां और अगरबत्ती भी बेची जाती हैं।
आसाराम के दुनियाभर में 450 आश्रम है। उन पर कई जगह जमीन कब्जाने के आरोप भी हैं।
आसाराम पर इस समय एक नाबालिग लड़की से रेप का मामला चल रहा है। इस समय वह न्यायिक हिरासत में है और उनके खिलाफ यौन शोषण की अन्य शिकायतें भी सामने आ रही हैं।
हरिद्वार के आश्रम पर भी नोटिस
आसाराम के हरिद्वार स्थित आश्रम पर भी प्रशासन की नजरें टेढी हो गई हैं। हरिद्वार विकास प्राधिकरण ने हरिद्वार स्थित आसाराम के आश्रम के अवैध निर्माण को लेकर नोटिस जारी किया है।
साथ ही हरिद्वार में आसाराम के नाम पर खड़े बहुमंजिला अपार्टमेंट्स को भी प्राधिकरण ने नोटिस जारी कर दिया है। प्राधिकरण का कहना है कि आश्रम से संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर आश्रम व अपार्टमेंट्स दोनों को गिराने की कारवाई की जाएगी।
गुजरात में मिला 18 करोड़ का नोटिस
आसाराम पर गुजरात सरकार ने भी सख्ती दिखाते हुए जमीन पर अवैध कब्जे के चलते उनके आश्रम को 18 करोड़ 27 लाख का नोटिस दिया है।
आसाराम ने गैरकानूनी तरीके से सूरत के जहांगीरपुरा में 34,400 वर्गमीटर का आश्रम खडा कर दिया था। यहां पर असाराम पर जमीन कब्जाने के अन्य आरोप भी हैं।